Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

बाल अधिकारों हेतु 30 वर्षों से आवाज उठा रहे है जयराम अनुरागी


चिलकहर(बलिया) । जनपद मे मासूम बच्चों के लापता होने के आकडे. रोज बढते जा रहे है । आकड़ों पर नजर दौडाये तो 18 वर्ष तक के लापता 41 बच्चों के सँदर्भ मे जिले के सामाजिक कार्यकर्ता जयराम अनुरागी ने राष्ट्रीय बालक सँरक्षण आयोग नई दिल्ली को पत्र लिखकर लापता बच्चों को पता लगाने हेतु पत्र लिखा था । आयोग ने श्री अनुरागी के पत्र को गम्भीरता से लेते हुए राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली को कार्यवाही करने का आदेश दिया , जिस पर राष्ट्रीय मानवाधिकार आयोग नई दिल्ली ने राज्य मानवाधिकार आयोग उत्तर प्रदेश , लखनऊ को आवश्यक कार्यवाही हेतु आदेश निर्गत किया है ।
                 राज्य मानवाधिकार आयोग लखनऊ ने श्री अनुरागी के पत्र को गम्भीरता से लेते हुए इस केस को अपने यहाँ पँजीकृत कर आवश्यक कार्यवाही करते हुए तत्कालीन जिलाधिकारी एवं पुलिस अधीक्षक को आवश्यक कार्यवाही करने का निर्देश दिया था । जिस पर 9 बच्चों को बरामद करने मे सफलता मिली है ।
                ज्ञात हो कि श्री अनुरागी राष्ट्रीय जन सहयोग एवं बाल विकास सँस्थान ( निपसिड ) नई दिल्ली से वर्ष 1989 मे " बाल अधिकारो , नीतियों और कानूनों पर अनुशिक्षण  पाठ्यक्रम " पर 15 दिन के एक विशेष प्रशिक्षण मे भाग लेकर लौटने के बाद लगभग 30 वर्षों से बाल कल्याण सहित विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं ।ये बचपन बचाओ आंदोलन एवं विश्व बाल विरादरी आँदोलन जैसे सँगठनो से भी जुडे हुए है और लगातार बच्चों के लिए अपनी आवाज उठा रहे है ।श्री अनुरागी देश की सुप्रसिद्ध सामाजिक सँस्था " बचपन  बचाओ आंदोलन " द्वारा आयोजित राष्ट्रीय सेमिनार मे 12 - 13 जून 2003 को सँदर्भ व्यक्ति के रूप में अपना प्रभावशाली व्याख्यान दे चुके है , जिसे बचपन बचाओ आंदोलन द्वारा बहुत ही सराहा गया है ।
            श्री अनुरागी तीस वर्षों से लगातार समाज कल्याण के विभिन्न क्षेत्रों मे कार्यरत है । जिसमें शिक्षा के अधिकार , सूचना के अधिकार , बाल अधिकार ,दलित अधिकार , भूमि अधिकार , स्वास्थ्य , पँचायती राज , महिला सशक्तिकरण आदि क्षेत्रों में सघन रुप से कार्यरत है ।अब तक ये 650 से भी अधिक क्षेत्रीय , प्राँतीय ,  राष्ट्रीय सेमिनारों / कार्यशालाओं / जन आँदोलनो मे भाग लेकर अपनी आवाज बुलंद कर चुके है ।अब इनकी पहचान एक राष्ट्रीय स्तर के सामाजिक कार्यकर्ताओं मे होने लगी है ।अब ये किसी परिचय के मुहताज नही है ।



रिपोर्ट : संजय पांडेय

No comments