जाने कैसे अंधी हो चुकी मीरा की लौटी आंखों की रोशनी
बलिया: इसे चमत्कार करें या मां काली की कृपा, लेकिन हैं हकीकत तभी तो दोनों आंखों से अंधी हो चुकी फेफना थाना क्षेत्र के गंगहरा गांव निवासी मीरा पत्नी वीरेन्द्र सिंह कि 2 वर्ष पूर्व आंखों की गई रोशनी पुनः वापस लौट आई.
हुआ यूं कि कि 2 वर्ष पूर्व गंगाराम निवासी मीरा सिंह की अचानक आंखों की रोशनी धीरे-धीरे जाती रही. अचानक आंखों की रोशनी कम होने और करीब की वस्तुएं ना दिखाई देने से परेशान मीरा नहीं इतने आंखों की उपचार के लिए उपचार के लिए वह बलिया से लगायत बनारस और तमाम बड़े शहरों में जाकर नामचीन डॉक्टरों से इलाज कराया, लेकिन कोई लाभ नहीं मिला. जब चिकित्सा विज्ञान उसके काम नहीं आया तो उसने आस्था का सहारा लिया और पकड़ी धाम स्थित मां काली के दर पर मत्था टेका. तकरीबन 2 वर्ष पूर्व मंदिर परिसर में आई मीरा ने अपनी व्यथा मंदिर के पुजारी और मां काली के अनन्य उपासक रामबदन भगत से सुनाई. मीरा की दास्तां सुनकर पुजारी का ह्रदय द्रवित हो उठा और उन्होंने मां का प्रसाद देने के साथ साथ कुछ जड़ी बूटियां दी और प्रसाद के साथ-साथ उनका नियमित सेवन करने को कहा.
पुजारी रामबदन भगत की सलाह पर अमल करते हुए मीरा ने प्रसाद के साथ-साथ नियमित तौर पर जड़ी बूटियों का सेवन किया.यह मां की कृपा का ही प्रभाव रहा की उसकी जिन आंखों की रोशनी धीरे-धीरे कम हो रही थी वह पुनः वापस लौटने लगी. बीते अगस्त माह की 28 तारीख को जब वह पकड़ी धाम स्थित काली मां के मंदिर में आई तो उसकी खुशी का ठिकाना नहीं रहा. उसने बताया कि मां की कृपा से उसकी आंखें अब ठीक हो गई हो और वह भली भांति देखने लगी है.
डेस्क
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