ईलाज के अभाव में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा में महिला की मौत
बलिया : श्वास रोग से पीड़ित 90 वर्षीय महिला को इलाज के लिए बुधवार की रात लगभग 9 बजे परिजन लेकर पहुँचे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा ईलाज में देरी के कारण महिला की हुई मौत लोगों में आक्रोश व्याप्त।
दोकटी थाना क्षेत्र के शिवपुर गाँव निवासी स्वर्गीय सकलानंद पाठक की पत्नी कृष्ण मुनि देवी की बुधवार की रात तबियत अचानक खराब हो गई उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। उनके पुत्र उदित पाठक रात को 9 बजे लेकर सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा पहुँचे ।
उन्होंने बताया किउन्होंने बताया कि अस्पताल खुला हुआ था अस्पताल में कोई भी नहीं था हम लोग अपने से उठाकर उन्हें ले जाकर बेड पर सुलाया पता करने पर मालूम हुआ की इमरजेंसी में डॉक्टर काजिम की ड्यूटी है वह अपने आवास पर थे उन्हें जाकर हम लोग ले आए इसमें लगभग 20 मिनट की देरी हुई अस्पताल में बिजली नहीं थी अंधेरा व्याप्त था। मरीज को ऑक्सीजन देना आवश्यक था बिजली नहीं होने के कारण इनवर्टर भी फेल था जब जनरेटर चालू करने को कहा गया तो बताया गया कि उसमें तेल नहीं है । इतना करते कराते लगभग 1 घंटा लग गया मरीज की हालत मेरी बढ़ती जा रही थी फिर हम लोग मरीज को उठाकर डॉक्टर काजिम के आवास पर ले गए। वहा ऑक्सीजन देने का प्रयास किया गया वहां ऑक्सीजन समाप्त हो गया था अस्पताल में ऑक्सीजन था किंतु बिजली के अभाव में उसे मरीज को नहीं दिया जा सका। डॉ काजिम ने मरीज की हालत बिगड़ती देख एक इंजेक्शन लगाकर सदर अस्पताल ले जाने को कह दिया। हम लोग जैसे ही मरीज को एंबुलेंस में बैठा रहे थे उसकी मौत हो गई अगर अस्पताल में समय से डॉक्टर मौजूद होते हैं जनरेटर में तेल होता तो मेरे मरीज का जान बच जाती।
इलाज के अभाव में महिला की मौत की खबर सुबह पूरे क्षेत्र में फैल गए और लोगों में आक्रोश व्याप्त हो गया। भाजपा के नेता विजयलक्ष्मी सिंह सहित कई लोगों ने इस प्रकरण को लेकर आंदोलन की धमकी दी है । चाहे जो भी हो अगर अस्पताल में डॉक्टर इमरजेंसी में मौजूद होते हैं और ऑक्सीजन मरीज को मिल जाता है तो शायद मरीज की जान बच जाती बिजली नहीं रहने जनरेटर में तेल नहीं होने के कारण मरीज को अस्पताल में ऑक्सीजन नहीं मिला और उसकी मौत हो गई।
जेनरेटर चलाने के लिए विभाग से नही मिलता है डीजल
जनरेटर में तेल के लिए कोई पैसा विभाग से नहीं मिलता इसके लिए हम लोगों ने कई बार सीएमओ को पत्र भेजा है हम लोग जनरेटर रोगी कल्याण के मद में आने वाले धन से चलवाते हैं यह रोज एक-दो घंटे संभव बिजली की दुर्दशा है ऐसे में 1 घंटे में 3 लीटर तेल पीने वाला जनरेटर चार-पांच घंटे चलवाना संभव नहीं है। वहीं अस्पताल में डॉक्टर काजिम मौजूद थे रोगी को वह रेफर कर रहे थे किंतु परिजन उन्हें ले जाना नहीं चाह रहे थे यह बात सही है बिजली और जनरेटर में तेल नहीं होने कारण ऑक्सीजन मरीज को नहीं दिया जा सकता ऐसे वह काफी वृद्धि हो चुकी थी।
डॉ राजेश कुमार सरोज अधीक्षक सीएचसी सोनबरसा
By- Dhiraj Singh
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