प्रधानाचार्य के हाथों ड्रेस पाकर खिले बच्चों के चेहरें
रसड़ा (बलिया)। सर्व शिक्षा अभियान के तहत बुधवार को नगर पालिका क्षेत्र स्थित प्राथमिक विद्यालय रसड़ा न० 6 पर प्रधानाचार्य महेन्द्र नाथ उपाध्याय ने बच्चों को नि:शुल्क यूनिफार्म 145 वितरण किया। जिसे पाकर बच्चों के चेहरे खिल उठे। इस दौरान वहां बच्चों को हर दिन स्कूल आने के लिए प्रेरित किया गया।
इसके पूर्व सरकारी विद्यालयों में बच्चो को खाकी रंग की यूनिफार्म वितरित हुआ करती थी, लेकिन प्रदेश में योगी आदित्यनाथ की सरकार बनने के बाद बच्चों के यूनिफार्म का रंग बदल गया। बच्चों में उत्साह पैदा करने के लिए इस बार प्रदेश सरकार द्वारा प्राथमिक विद्यालयों में पढ़ने वाले बच्चों को कान्वेंट स्कूल के बच्चों की तरह स्मार्ट बनाने की उद्देश्य से रंगीन यूनिफार्म दिया जा रहा है जिसका वितरण रसड़ा शिक्षा क्षेत्र में शुुरू हो चुका है। इस मौके पर महेन्द्र नाथ उपाध्याय ने कहा कि यूनिफार्म हमें अनुशासन में रहना सिखाती है। इसलिए आवश्यक है कि विद्यालय आने वाला हर विद्यार्थी पूरी यूनिफार्म पहनकर आए। शासन से बच्चों को जूता मोजा यूनिफॉर्म के अलावा प्रधानाध्यापक ने अपने पास से टाई बेल्ट 145 बच्चों को आज दिया चूंकि कल 15अगस्त है इसी लिए आज ही वितरण किया गया।
बताते चलें कि रसड़ा शिक्षा क्षेत्र अन्तर्गत प्राथमिक विद्यालय 174 व पूर्व माध्यमिक 45 आता है कुल लगभग 219 विधालय आता है मगर अधिकांश प्राथमिक व पूर्व माध्यमिक स्कुलो पर अभी तक ड्रेस वितरण नहीं होने से बच्चों में मायूसी देखा गया।
नाम ना छापने की शर्त पर एक दर्जन प्रधानाध्यापकों ने एक स्वर में अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता को बताया कि जनपद के और क्षेत्रो में ड्रेस वितरण किया जा रहा है मगर रसड़ा शिक्षा क्षेत्र में हुजूर साहब का अभी सेटिंग नहीं होने के कारण 15अगस्त पर भी बच्चों को जूता मोजा यूनिफॉर्म नहीं मिला।
इस पूरे मामले को गंभीरता से लेते हुए अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता ने खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव से दूरभाष पर सम्पर्क किया और प्रधानाध्यापकों का आरोप को ध्यान आकृष्ट कराते हुए उनका पक्ष जानना चाहा संवाददाता ने पूछा रसड़ा शिक्षा क्षेत्र में अबतक कितना विद्यालयों में ड्रेस वितरण हो चुका है खण्ड शिक्षा अधिकारी ने बताया हमें जानकारी नहीं है कि अभी कितना स्कूलो पर वितरण किया गया ।
संवाददाता ने पूछा प्रधानाध्यापकों का आरोप कितना सही है ।
उन्होंने बताया कि ऐसी बात नहीं अगर ऐसा कोई कह रहा है तो हमारे सामने आकर कहें ।
कुल मिलाकर शासन के मंशा पर रसड़ा क्षेत्र में पानी फिरता दिख रहा है अब देखना है कि रसड़ा शिक्षा अन्तर्गत 219 स्कुलों पर ड्रेस वितरण रजिस्टर पर किया जाता है या बच्चों का ड्रेस का पैसा बटर बांट किया जायेगा।
अगले अंक में कुछ और परिषदीय विद्यालयों के धरातल से रिपोर्ट आप अभिभावकों तक ।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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