जाने कहाँ इच्छाधारी नागिन के वियोग में नाग ने तोड़ा दम
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के अलीगढ़ जिले में एक इच्छाधारी नाग-नागिन के एक-दूसरे के वियोग में मरने की घटना चर्चाओं में है। ग्रामीणों का ऐसा दावा है कि नागिन की मौत के दो दिन बाद नाग नागिन के अवशेष के पास पहुंचा और काफी इंतजार के बाद भी जब नागिन सामने नहीं आई तो उसने भी दम तोड़ दिया। अब ग्रामीणों में चर्चा है कि दोनों ही इच्छाधारी नाग-नागिन थे।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, 8 जनवरी को इगलास के जैथरा गांव के एक किसान पवन अग्रवाल के खेत में एक सफेद सांप टहलता हुआ मिला। भगाने पर भी सांप टस से मस नहीं हुआ। इसके बाद पवन अग्रवाल ने दोपहर को सपेरे उमाशंकर को बुलाया। सपेरे द्वारा सांप को पकड़ लिया गया। उमाशंकर सांप को पकड़ कर घर ले गया था। बताया जाता है कि सांप ने सपेरे की अंगुली में काट लिया था। उधर, सपेरे की हालत नाजुक होने पर उसको स्वास्थ्य केंद्र (अलीगढ़) भेज दिया गया, जहां उसका इलाज कराया गया। सपेरे उमाशंकर ने नागिन को जहां से पकड़ा था, वहीं छोड़ दिया। छोड़ने के कुछ घंटे बाद नागिन ने दम तोड़ दिया। उमाशंकर ने अन्य सपेरों से जानकारी ली तो पता चला की जिस सांप को वह पकड़कर लाया है, वह सफेद कुटुम्बी नागिन है।
ग्रामीणों ने नागिन का अंतिम संस्कार कर दिया। शनिवार को नागिन के अवशेष के पास एक नाग टहलता हुआ मिला। उसने भी कुछ देर बाद वहीं दम तोड़ दिया। दावा किया जा रहा है कि नाग कथित तौर पर नागिन को देखने आया था। वहीं, सपेरे ने बताया कि पिछले 20 वर्षों में उसने कभी इस प्रजाति का सांप नहीं देखा था। इस सांप में अलग तरह की चमक थी। ऐसा पहली बार हुआ है, जब उसे किसी सांप ने काटा हो। उमाशंकर ने बताया कि उसने नागिन से माफी मांगी और उसका अंतिम संस्कार किया, तब कहीं जाकर आज वह जिंदा है।
डेस्क
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