जहरीली खिचड़ी खाने से एक ही परिवार के दो लोगों की मौत व तीन गंभीर
बलिया : भोजापुर में जहरीली खिचड़ी खाने से दो लोगों की मौत व तीन की स्थिति गंभीर होने बावजूद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी मौके पर हालचाल जानने नहीं पहुंचे, यह संवेदनहीनता की हद है। दोपहर 12 बजे बैरिया के कोतवाल संजय त्रिपाठी, सीओ अशोक कुमार सिंह के साथ मौके पहुंचे थे। जिसके बाद कोई भी प्रशासनिक अधिकारी या चिकित्सा विभाग का अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा, यह चर्चा का विषय बना हुआ है। लोग कहते हैं कि कोई मर जाय या परेशान हो जाय, उससे अधिकारियों को कोई लेनादेन नहीं है। अगर लेना देना होता तो निश्चित रूप से घटना स्थल पर प्रशासनिक अधिकारी पहुंचे होते।
विषाक्त खिचड़ी खाने से हुई दो मौतों के बाद पूरा भोजापुर गांव शोक में डूबा हुआ है। वहीं गांव के लोगों के जुबान पर सिर्फ व सिर्फ एक ही सवाल उठ रहा है कि इतनी भयावह घटना कैसे हो गई। इस सवाल का का जवाब देने को कोई तैयार भी नहीं है। दबीं जुबान यहां के लोग केवल यह कह रहे हैं कि खिचड़ी में कौन सी जहरीला पदार्थ मिल गया कि दो लोगों की मौत हो गई और तीन जीवन-मौत से जूझ रही है।
संभवत: क्षेत्र में यह पहली घटना है जहां त्योहार के दिन भोजन के जहरीला हो जाने के कारण पिता-पुत्र की मौत हुई हो और मौके पर कोई अधिकारी न पहुंता हो। इस घटना के बाद परिवार पर आर्थिक संकट की स्थिति उत्पन्न होना लाजिमी है क्योंकि परिवार के दोनों कमाऊ लोग काल के गाल में समा गए।
केदार पांडेय आरपीएफ से सेवानिवृत्त होने के बाद पेंशन पाते थे जबकि सुनील पांडेय खेती कराते थे। अब गंभीर रूप से बीमार तीन बच्चियों का इलाज कैसे होगा, यह अहम प्रश्न है। प्रशासन के साथ-साथ समाजसेवी व राजनैतिक दलों के नेता भी मौके पर हालचाल के लिए नहीं पहुंचे हैं। इससे क्षेत्र को लोग तरह-तरह की चर्चा कर रहे हैं।
लोगों का कहना है कि जो खिचड़ी सुनील पांडेय के घर बनी थी, उसमें आलू-बैगन के साथ गोभी, टमाटर व अन्य सब्जियां भी डाली गई थी। जिससे खिचड़ी स्वादिष्ट बने। लोगों ने आशंका जताई है कि इन सब्जियों में किसी सब्जी पर तत्काल किसी कीटनाशक का छिड़काव किया गया होगा, और वही जहर खिचड़ी में मिल गया होगा, जिससे खिचड़ी जहरीली हो गई होगी। गांव के लोगों द्वारा घटना के बाद शेष बची खिचड़ी को गड्ढे में फेकवा देने को लेकर तरह-तरह की चर्चाएं हो रही है।
लोगों का कहना है कि कोई जब अधिकारी मौके पर हालचाल जानने नही पहुंचा तो किसी से मामले की जांच या सहायता की उम्मीद रखना बेमानी होगी।
जहरीली खिचड़ी खाने से मृत सुनील पांडेय की तीनों बेटियों निक्की (20), निधि (16) व नीति (13) की स्थिति गंभीर बनी हुई है। समाचार लिखे जाने तक वे तीनों जीवन-मौत से जूझ रही हैं। उक्त तीनों का इलाज बलिया स्थित एक निजी चिकित्साल में चल रहा है।
रिपोर्ट : धीरज सिंह
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