छात्राओं ने छात्रों की कलाई पर बांधा रक्षा सूत्र, बनाया धार्मिक भाई
मनियर, बलिया। भाई-बहन के बीच प्यार के प्रतीक के रूप में रक्षाबंधन का त्यौहार मनाया जाता है ।यह त्यौहार सिर्फ सगे भाई-बहनों के लिए नहीं होता बल्कि धर्म के भाई-बहनों के बीच भी यह त्यौहार मनाया जाता है ।इस त्यौहार को नया धार देने के क्रम में प्रतिवर्ष क्षेत्र के प्रज्ञा पब्लिक स्कूल घाटमपुर रक्षाबंधन का कार्यक्रम रखता है ।मंगलवार को विद्यालय परिसर में रक्षाबंधन का कार्यक्रम रखा गया। विद्यालय के छात्राओं ने अपने सहपाठी भाइयों के कलाई पर रक्षा सूत्र बांधकर उन्हें धार्मिक भाई की उपाधि दी। इस मौके पर विद्यालय के प्रधानाचार्य अगस्त मुनि पाल ने कहा कि रानी कर्णावती चित्तौड़ के राजा की विधवा थी ।जब रानी कर्णावती को यह सूचना मिली कि बहादुर शाह मेवाड़ पर हमला करने वाला है तो वह घबरा गई ।वह उससे युद्ध करने में सक्षम नहीं थी तो उसने अपनी तथा अपने राज्य की सुरक्षा के लिए मुगल शासक हुमायूँ को राखी भेजी। हुमायू्ँ ने रानी कर्णावती को अपने धर्म की बहन मानते हुए एवं राखी की लाज रखते हुए बहादुर शाह के खिलाफ युद्ध लड़ा और अपनी धार्मिक बहन की रक्षा की ।श्री कृष्ण ने भी द्रोपति को बहन मानते हुए उसकी लाज बचाई थी ।रक्षाबंधन का त्यौहार हमें यह संदेश देता है कि भाई अपनी बहन की हर मुसीबत में रक्षा करता है ।इस मौके पर विद्यालय के अध्यापक अध्यापिकाएं एवं छात्र-छात्राएं मौजूद थी।
रिपोर्ट राम मिलन तिवारी
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