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गर्भवती कोरोना काल में रखें सेहत का खास ख्याल


 

- स्वास्थ्य जांच, गर्भवती और शिशु के वृद्धि तथा विकास को करती है सुनिश्चित

- घर पर रहकर ही करें योग, संतुलित खानपान पर दें विशेष ध्यान 

- दैनिक भोजन में विभिन्न रंगो के भोजन का करें उपयोग

बलिया, 11 फरवरी 2022

कोरोना काल में तो गर्भावस्था के दौरान रोग प्रतिरोधक क्षमता आम दिनों की अपेक्षा कमजोर होती है। गर्भावस्था के दौरान गर्भवती महिलाओं को स्वास्थ्य पर विशेष ध्यान देने की जरूरत होती है। यह कहना है जिला महिला अस्पताल की मुख्य चिकित्सा अधीक्षिक डॉ सुमिता सिन्हा का। 

डॉ सिन्हा ने बताया कि  कोविड-19 संक्रमण से बचने के लिये वह घर पर रहकर ही अपनी सेहत के प्रति सचेत रहें। घर पर रहकर ही योग करें व स्वस्थ एवं संतुलित खानपान पर विशेष ध्यान रखें। उन्होंने बताया कि गर्भवती को कोविड-19 से डरने की नहीं, बल्कि सतर्क रहने की जरूरत है। वह कोविड-19 को लेकर बिल्कुल भी मानसिक दवाब न लें। सिर्फ सेहत के प्रति सजग रहें। बाहर से आने वाले किसी व्यक्ति के संपर्क में न आएं, यदि बात करनी पड़े तो मास्क पहनने का विशेष ख्याल रखें। गर्भावस्था में प्रतिदिन की दिनचर्या निर्धारित कर अपनी सेहत के प्रति सजग रहना चाहिए।

कोविड काल में सही पोषण और भोजन का क्या महत्व है:-

हमारे शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता, बैक्टीरिया तथा वायरस से होने वाली बीमारियों से हमें बचाती है। कोविड-19 से बचाव में रोग प्रतिरोधक क्षमता की महत्वपूर्ण भूमिका है। एक सक्रिय रोग प्रतिरोधक क्षमता, पर्याप्त पोषण से प्राप्त होती है।

डॉ सिन्हा ने बताया कि भोजन में मिलने वाले पोषक तत्व शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाते हैं। हमें अपने आहार में विभिन्न रंगों के भोजन को शामिल करना चाहिए। यह ध्यान रखना चाहिए कि खाने में भरपूर विटामिन, खनिज तत्व, प्रोटीन, कार्बोहाइड्रेट और वसा की उचित मात्रा प्राप्त हो। जहां तक संभव हो दैनिक भोजन में साग, हरी सब्जी, अनाज, दालें, फलियां, खाद्य तेल, दूध और दूध से बने उत्पाद पर्याप्त मात्रा में शामिल करें।

गर्भावस्था के दौरान मातृ पोषण बहुत है जरूरी :-                                                                                                 

एक गर्भवती माँ पेट में पल रहे शिशु को पोषण देती है, इसलिए गर्भावस्था के दौरान उसे अधिक पोषण की आवश्यकता होती  हैा इसके अभाव में शिशु कुपोषित हो सकता हैI सही भोजन, नियमित वजन की निगरानी तथा समय-समय पर स्वास्थ्य जांच महिला और शिशु के वृद्धि तथा विकास को सुनिश्चित कर सकता है I पूरी गर्भावस्था  के दौरान एक महिला का वजन लगभग 10-12 किलो बढ़ना चाहिए। 

आयरन की गोली जरूर लें:-

गर्भावस्था के दौरान आयरन की गोली अवश्य रूप से लें। इसके अलावा चिकित्सक की परामर्शानुसार  विटामिन-सी, बी-काम्प्लेक्स की गोलियां ली जा सकती हैं। दिन में दो घंटा व रात में सात से आठ घंटे की नींद लें। खाली समय में संगीत सुन सकती हैं या किताब पढ़ें। डॉ सिन्हा ने बताया कि गर्भावस्था के तीसरे और चौथे महीने में जरूरी जांचें करवा लें। इसी प्रकार आठवें व नौवें महीने में भी अस्पताल जाकर जांच कराएं, जिससे जच्चा-बच्चा दोनों सुरक्षित रहें। 

डॉ सिन्हा ने बताया कि कोरोना काल में गर्भवती को कुछ खास बातों का ध्यान रखना चाहिए। खांसी के दौरान अपने मुंह को ढक कर रखें। बार-बार अपने हाथों को सेनेटाइज़ करते रहें। बीमार लोगों से बिल्कुल भी न मिलें। भीड़ वाली जगहों पर बिल्कुल न जाएं। बहुत जरूरी काम से बाहर जाना हो तो मॉस्क और सेनेटाइज़र अपने साथ अवश्य रखें।


रिपोर्ट त्रयंबक नारायण देव गांधी

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