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बलिया विधान सभा चुनाव में नामांकन के आखिरी दिन यानि शुक्रवार को 56 से अधिक उम्मीदवारों ने किया पर्चादखिला




 बलिया। विधान सभा चुनाव के लिए चल रहे नामांकन के आखिरी दिन यानि शुक्रवार को 56 से अधिक उम्मीदवारों ने पर्चा दाखिल किया। इस दौरान जहां कलेक्ट्रेट परिसर के बाहर भारी गहमागहमी रही। नामांकन करने वालों में कांग्रेस, भारतीय जनता पार्टी, विकासशील इंसान पार्टी के अलावा अन्य क्षेत्रीय दलों के उम्मीदवार शामिल रहे। इसके अलावा करीब चार प्रत्याशियों को पर्याप्त प्रस्तावकों के अभाव में बिना नामांकन के ही बैरंग लौटना पड़ा।


समाजवादी पार्टी और बहुजन समाज पार्टी के अधिकांश सदस्यों ने दूसरे सेट में नामांकन किया। इस दौरान टीडी कालेज चौराहा पर स्थित कलेक्ट्रेट के मुख्य प्रवेश द्वार के समीप दिनभर गहमागहमी का माहौल रहा। वहीं कुछ प्रत्याशियों के समर्थक आमने-सामने होते नजर आए, जिससे सड़क पर जाम लगने के साथ अफरा तफरी का माहौल पैदा हो गया। जिसे पुलिस समय रहते नियंत्रित कर लिया। नामांकन का अंतिम दिन होने के कारण एक ओर जहां पुलिस महकमा कफी अर्लट ‌रहा तो दूसरी ओर पर्चा दाखिल करने वाले प्रत्याशियों के बारे में जानने के लिए लोग भी उत्सुक दिखें और चौराहे पर टोली बना कर जिले की सियासी उठापटक पर चर्चा करते नजर आएं।


शुक्रवार को सिकंदरपुर में 13 नाम निर्देशन पत्र दाखिल हुए। इनमें सपा के जियाउद्दीन रिजवी, बसपा के संजीव और आप के प्रदीप ने पुनः पर्चा भरा, वहीं वीआईपी के भागमनि, निर्दल मनोज, मोहन, धर्मेद्र, सद्दाम, रिपब्लिक सेना के भरत प्रसाद, जनसत्ता लोकतांत्रिक पार्टी के अजय, राष्ट्रीय भागीदारी पार्टी के छठ्ठु प्रसाद, कम्युनिस्ट पार्टी के श्रीराम चौधरी, भारतीय जननायक पार्टी के मो0 जफर अली ने नामांकन किया। जबकि बेल्थरारोड विधान सभा से इंडियन नेशनल कांग्रेस की गीता, जन अधिकार पार्टी के रामलाल, रिपब्लिकन सेना की सुशीला, आप के दयानंद राम और निर्दलीय बिकाऊ, गंगा, निर्भय व गोपाल ने पर्चा दाखिल किया। बैरिया विधान सभा से भाजपा सरकार में राज्यमंत्री


आनंद स्वरूप शुक्ला, विकासशील इंसान पार्टी से विधायक सुरेंद्र सिंह, जनअधिकार पार्टी से अशोक कुमार मौर्य और निर्दलीय अवधेश उपाध्याय व बसंती ने नामांकन किया। इसके अलावा फेफना विस क्षेत्र में नैतिक पार्टी से मनू यादव, कांग्रेस से जैनेंद्र, जेएए से पवन प्रकाश, एआईएमआईएम से मोहम्मद महताब, वीआईपी से विवेक कौशिक और निर्दल संतोष ने नामांकन किया। इसके अलावा इसी विधान सभा से सपा के संग्राम सिंह, भाजपा के राज्य मंत्री उपेंद्र तिवारी और आप से लक्ष्मण ने पुनः पर्चा भरा। बलिया विधान क्षेत्र से भारती सुहेलदेव जनता पार्टी से बजरंगी, आम आदमी पार्टी से विजय कनौजिया, इंडियन नेशनल कांग्रेस से ओमप्रकाश तिवारी, वंचित इंसाफ पार्टी से शंकर राम रावत, भारतीय जनता पार्टी से भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष दयाशंकर सिंह, विकास इंसान पार्टी से जितेंद्र तिवारी, एआईएमआईएम मोहम्मद शमीम खान के अलावा निर्दलीय तेज नारायण ठाकुर, नवीन, अर्जुन कुमार, धर्मेंद्र कुमार और मंटू राम ने नामांकन किया। बांसडीह विधान सभा से विकासशील इंसान पार्टी से अजय शंकर पांडेय कनक, भारती सुहेलदेव देव जनता पार्टी से मुन्ना प्रसाद, भाजपा से केतकी सिंह, स्वदेश जनसेवक पार्टी से ममता ने नामांकन किया। इसके अतिरिक्त दो निर्दलीय उम्मीदवारों पदुम, सुनैना ने नामांकन किया।


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नेता प्रतिपक्ष को दो-दो हाथ करने की चुनौती


निषाद पार्टी व भाजपा गठबंधन की बांसडीह विधान सभा से संयुक्त प्रत्याशी केतकी सिंह ने शुक्रवार को नामांकन के उपरांत नेता प्रतिपक्ष पर जमकर निशाना साधा। कहा कि पिछली बार की तरह इस बार साम, दाम, दण्ड, भेद और धन-बल का प्रयोग करके चुनाव जीता था, लेकिन इस बार जनता पिछली गलतियां दोहराने के मूड में नहीं है। आजादी के बाद इस बार विस क्षेत्र में कमल का फूल खिलेगा। चुनौती भरें लहजे में कहा कि अगर उनको लड़ना है तो आए सामने होकर दो-दो हाथ कर लिया जाया।


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राज्य मंत्री ने विपक्ष को दिखाया आईना


योगी सरकार के राज्यमंत्री आनंद स्वरुप शुक्ल ने शुक्रवार को नामांकन के उपरांत कहा कि 10 मार्च को भारतीय जनता पार्टी की बड़ी विजय होगी। विपक्ष पर निशाना साधते हुए कहा कि जो लोग खुद जमीन के अंदर हैं, वो हमारी बात क्या कर रहे हैं। कहा कि हम सभी लोगों ने निरंतर जनता की भलाई के लिए कार्य किया है और आगे भी करते रहेंगे।


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प्रजातंत्र की हिफाजत के लिए की नाव की सवारीः सुरेंद्र


बलिया। नामांकन के उपरांत शुक्रवार को बैरिया विधायक सुरेंद्र सिंह भाजपा पर आक्रामक दिखें। कहा कि आज कहीं ना कहीं प्रजातंत्र दुर्बल पड़ गया है। दुर्बल प्रजातंत्र को बचाने के लिए मुझे नाव की सवारी करनी पड़ी हैं। त्रेता युग में भी भगवान राम को भी समाज की रक्षा के लिए आवश्यकता पड़ी तो नाव का सहारा लिया था। कहा कि‌ भाजपा में स्वाभिमानी सवर्णों का कोई स्थान नहीं है, पैरे छूने वालों का स्थान है। जो सवर्ण अमित शाह व बंसल का पैर छूएगा उसको टिकट मिलता है, लेकिन बलिया की धरती पर पैदा होने वाला सुरेंद्र किसी का पांव छूने का काम नहीं करता है। कहा कि बैरिया में भाजपा चौ‌थे स्थान पर रहेगी। चाटुकारिता करने वाले लोगों को राजनिति में आगे बढ़ाकर कभी प्रजातंत्र को सुरक्षित नहीं रखा जा सकता है। कहा कि जो सांसद एनएच-31 को 60 वर्षो में नहीं बना सका। वह बलिया को मुम्बई कैसे बना सकता है। सुष्टि बाबा के पशु मेले की जमीन को लूटने का काम करता है तो बलिया के श्रृंगार क्या करेगा। मैं बलिया के सांसद मस्त के खिलाफ लोक सभा का चुनाव लडूंगा और दिखाउंगा द्वाबा की धरती पर बलिया का चरित्र का कीमत क्या है।


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मैं तो आना नहीं चाह रहा था, सांसद ने बुला लियाः दयाशंकर


बलिया। आजादी के बाद से बलिया का विकास बाधित रहा है। जनता ने अवसर दिया तो बलिया में उपेक्षित कटहल नाले को जुहूं चौपाटी की तर्ज पर विकसित कराया जाएगा। शुक्रवार को नामांकन के उपरांत भाजपा के प्रदेश उपाध्यक्ष ने उक्त बाते कहीं। कहा कि मैं बलिया आने के प्रयास में नहीं था, लेकिन सांसद जी ने यहां बुला लिया। यहां से चुनावी राजनैति से मैं अपने को अलग कर लिया था। कहा कि चुनाव में विकास मुद्दा होगा, जो प्रधानमंत्री मोदी व सीएम योगी ने आजादी के 70 वर्षो में नहीं हुआ था, उसे मात्र सात साल में कर दिखाया है। सपा के उम्मीदवार पर प्रहार करते हुए कहा कि पूर्व मंत्री नारद राय बौखला गए है, जब वह हारते है तो वह बौखला जाते है। जब 10 मार्च को गिनती होगी, उस दिन यह हकीकत उजागर हो जाएगी।


रिपोर्ट - त्रयंबक नारायण देव गांधी

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