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गंगा की उफनाती लहरों का उत्पात बदस्तूर


-उदईछपरा में होने लगी कटान

रामगढ़,बलिया। शनिवार की सुबह उदय छपरा के उपाध्याय टोला में लगी भीषण कटान के कारण लोगों में अफरा-तफरी मच गई एनडीआरएफ की टीम ने अपने अदम्य साहस का परिचय देते हुए लोगों को घरों से निकालकर सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया।
गंगा नदी के किनारे बने रिंग बांध के भीषण कटाव के कारण आस-पास के गांव में अफरा-तफरी का माहौल बना हुआ है। विगत 5 दिनों से एनडीआरएफ लगातार दिन रात बिना थके बिना रुके आसपास के गांव से अब तक लगभग 1200 लोगों को  बाहर निकाल कर सुरक्षित स्थान पर पहुंचा दिया है अभी भी लगातार रेस्क्यू ऑपरेशन जारी है। एनडीआरएफ हर समय मानव जीवन को सुरक्षित करने हेतु सजग, सक्षम और तैयार है।  आपरेशन के दौरान टीमों का संचालन निरीक्षक गोपी गुप्ता और उपनिरीक्षक विक्रम सिंह के द्वारा किया जा रहा है।  दिन-रात एनडीआरएफ की टीमें लगातार अपने अदम्य साहस और कर्म निष्ठा के साथ बाढ़ राहत बचाव कार्य में जुटी हुई हैं।


तो क्या इतिहास लिखने को आमादा है गंगा !


रामगढ़,बलिया। गंगा की प्रलयंकारी लहरों का तांडव अभी भी जारी है। पिछले सप्ताह ही गंगा खतरे के लाल निशान 57.615 मीटर को पार कर गई थी। उसके बाद लगातार गंगा के जलस्तर में बढ़ाव जारी है। धीरे-धीरे धीरे गंगा का जलस्तर में कुछ न कुछ इजाफा ही हो रहा है। शनिवार को अपराह्न दो बजे केंद्रीय जल आयोग गायघाट गेज के अनुसार गंगा का जलस्तर 60. मीटर तक पहुंच गया है। बाढ़ विभाग के अधिकारियों के अनुसार गंगा का हाई लेवल 60.225 रखा गया है, जिसे अब गंगा कुछ ही घंटों में अपने हाई लेवल पर पहुंच जाएगी।हालांकि शनिवार को अपराह्न 2.00 बजे 59.995 मीटर दर्ज किया गया साथ ही गंगा का जलस्तर स्थिर हो गया है गंगा नद का जलस्तर  थमने के बाद भी कटान पीड़ितों की मुसीबतें कम नहीं हुई है । लेकिन जानकारों के मुताबिक गंगा की उफनती लहरों में रूकावट नहीं हुआ हैं । लगातार प्रशासनिक अधिकारी बंधे पर मुस्तैदी के साथ डटे हुए हैं। इधर लगातार गंगा रिंग बंधे के बचे हिस्से को काटना शुरू कर दिया है, अगर रिंग बंधा पूरा कट जाता है तो एनएच 31 पर सीधे-सीधे  दबाव बढ़ जाएगा और लाखों की आबादी प्रभावित हो जाएगी। बंधे को बचाने के लिए जो कार्रवाई की जा रही है, वह कार्रवाई मात्र ढकोसला ही है। बंबू क्रेट विधि से बंधे को बचाने का प्रयास किया जा रहा है, जो मात्र दिखावे के लिए है क्योंकि यह क्रिएट विधि गंगा की लहरों के लिए तिनके के समान है जिसे एक उफान में ही गंगा की लहरें निगल लेती हैं।

रिपोर्ट- रविन्द्र नाथ मिश्र

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