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बाढ़ पीड़ितों की मदद को आगे आये एसपी,बांटी राहत सामग्री


रामगढ़,बलिया। जिले के पुलिस कप्तान देवेन्द्र नाथ ने शनिवार को दुबे छपरा गोपालपुर उदय छपरा के पीड़ितों में 1000 पैकेट पूड़ी सब्जी बातें साथ ही दुबे छपरा उदय छपरा गोपालपुर में 250 सोलर लाइट का वितरण पुलिस कप्तान देवेंद्र नाथ ने किया इस दौरान मौके पर मौजूद सभी सिपाहियों के अलावा पुलिस लाइन से आए जवानों ने दुबे छपरा से लेकर दया छपरा तक टेंट में बसे बाढ़ पीड़ितों के बीच लंच का पैकेट वितरित किया और इस आपदा की घड़ी में हर संभव मदद का आश्वासन दिया इस मौके पर बैरिया सीओ उमेश कुमार थानाध्यक्ष बैरिया संजय त्रिपाठी के साथ अन्य पुलिस के जवान मौजूद रहे ।

सुअर के आतंक से बाढ़ पीड़ितों में खौफ का आलम


रामगढ़,बलिया। जंगली सुअर के आतंक से शनिवार के सुबह दुबे छपरा रिंग बंधे पर टेंट में बसे दर्जनों लोग घायल हो गए जिनका उपचार दुबे छपरा डाले पर मोबाइल बैन के डॉक्टरों ने किया। क्षेत्र के उदई छपरा में जंगली सूअर के आतंक से पूरे ग्रामीणों में दहशत का माहौल हो गया  है बताते चलें कि यह जंगली सूअर 2 दिन के अंदर गांव के दर्जन व्यक्तियों तथा आधे दर्जन मवेशियों को  काटकर घायल कर दिया है। इस संबंध में बैरिया उप जिलाधिकारी दुष्यंत कुमार और तहसीलदार गुलाबचंद चंद्रा ने वन विभाग के संबंधित अधिकारियों को सूचना देकर उन्हें घटनास्थल पर बुलाया है सूचना पाकर पुलिस अधीक्षक देवेंद्र कुमार और एडिशनल एसपी उमेश कुमार घटनास्थल पर पहुंच गए घायलों को नजदीकी स्वास्थ्य केंद्र में पहुंचाया गया तथा जानवरों को मवेशी हॉस्पिटल मे पहुंचाकर उनका इलाज कराया जा रहा है।

नहीं थम रहा झंझावतों का दौर


रामगढ़, बलिया। गंगा की उफनाती  लहरें डेंजर लेवल के करीब पहुंचकर के शनिवार को स्थिर हो गई। नदी के जलस्तर स्थिर होने के बाद भी बाढ़ से घिरे गांव के लोगों की मुसीबतें अभी कम होती नहीं दिख रही है। आलम यह है की दर्जनों गांव अभी बाढ़ से घिरे हुए हैं। सबसे दयनीय हालात केहरपुर, उदई छपरा व हरपुर उदय छपरा सोनारटोला के लोगों की है, जहाँ गंगा का तांडव जारी है। अभी भी उजाड़ खंड के बाद खाली बचे जमीन को गंगा की लहरें निकलती जा रही है। जिसके चलते पीड़ितों में अफरा तफरी का माहौल बना हुआ है। प्रशासनिक उदासीनता का आलम यह है कि आज तक जिले के बड़े अधिकारी ने केहरपुर, सोनारटोला में पहुंचना मुनासिब नहीं समझा, जहां के लोग आज भी नाव भोजन त्रिपाल के लिए तरस रहे हैं। सोनारटोला रामगढ़ का हालत यह है कि आज तक न तो जिला प्रशासन ही ना ही जनप्रतिनिधियों ने पीड़ितों के बीच अपना हाथ बढ़ाया। एक तरफ पूरा जिला प्रशासन दुबे छपरा में ही अपनी सारी ताकत लगा बैठा है और दोआबा के बहुतेरे ऐसे बाढ़ से घिरे गांव हैं जहां तक जिला प्रशासन का कोई नुमाइंदा नहीं पहुंच पाया वहां भी बाढ़ से घिरे लोग नाव और राहत के लिए तरसते रहे ।

रिपोर्ट- रविन्द्र नाथ मिश्र

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