नन्हे रोजदारों ने रखा रोजा
सिकन्दरपुर(बलिया)इसे मजहब के प्रति अक़ीदा कहें या शौक की इस वर्ष यहां के छोटे बच्चों में रमजान के रोजे रखने की होड़ सी मची हुई है।आश्चर्य तो यह कि रोजा रखने के लिए भोर में सहरी खाने के बाद ये बच्चे पूरे दिन न तो खाने न ही पानी पीने की इच्छा अपने माँ बाप से जाहिर कर रहे हैं।
उन्हीं नन्हे रोजेदारों में नगर के मोहल्ला मिल्की निवासी सना खातून (4) पुत्री सिराज अहमद और शिफा शेख(5) पुत्री शाहनवाज आलम जिन्होंने रमजान का पहला व दूसरा रोजा रख कर मजहब के प्रति अपने अक़ीदा को उजागर किया है। दोनों आपस में मौसेरी बहन तथा मोहल्ला के प्रतिष्ठित निवासी मो. आलमगीर की नतिनी हैं।इन बच्चियों का रोजा रखना उन मुसलमानों के लिए प्रेरणास्रोत है जो रोजा रखने से महरूम हैं।
मो.आलमगीर ने बताया कि दोनों दिन रोजा के दौरान सुबह से शाम तक दोनों बच्चियों ने एक बार भी खाने अथवा पानी पीने की इच्छा जाहिर नहीं किया।शाम को उन्होंने पूरे परिवार के साथ एक साथ बैठ कर इफ्तार किया।
रिपोर्ट-हेमंत राय
No comments