लॉकडाउन में हुई मौत तो नहीं नसीब हुए चार कंधे, शव को लेकर श्मशान पहुंची पत्नी, दी मुखाग्नि
लखनऊ। उत्तर प्रदेश के चंदौली जनपद में लॉकडाउन के दौरान हुईं मौत के बाद एक युवक को चार कंधे भी नसीब नहीं हुए। ना रिश्तेदार, ना पड़ोसी ना कोई दोस्त। किसी से मदद नहीं मिलने पर पत्नी खुद अपने पति का शव लेकर श्मशान पहुंची, जहां उसने पहले तो पति के शव के ऊपर अपनी मांग का सिंदूर धोया, चूड़ियां तोड़ी और लोगों से चंदा मांग कर खुद ही शव को मुखाग्नि दी.
जानकारी के अनुसार, आलू मिल नईबस्ती निवासी गुड़िया की शादी बबुरी चौक बाजार निवासी संतोष जायसवाल से हुई थी। दोनों को एक बेटी है। कुछ दिन पहले संतोष की तबीयत खराब हो गई तो उसका जिला अस्पताल में इलाज चल रहा था। इसी बीच गुड़िया के भाई की भी किन्हीं कारणों से मौत हो गई। तो गुड़िया अपने पति के साथ अपने मायके गई। भाई के शव का अंतिम संस्कार किया और वापस घर लौट आई।
इस दौरान संतोष की तबीयत फिर से खराब हो गई। संतोष की स्थिति बिगड़ता देख गुड़िया संतोष को लेकर जिला अस्पताल पहुंची, जहां इलाज के दौरान संतोष ने दम तोड़ दिया। गुड़िया शव को लेकर मायके पहुंची, लेकिन यहां किसी ने उसका साथ नहीं दिया। किस्मत की मारी गुड़िया किसी तरह वाहन से पति के शव को लेकर श्मशान पहुंची और कुछ लोगों की सहायता से लकड़ी इकट्ठा कर अपने पति को मुखाग्नि दिया।
डेस्क


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