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पत्रकार की हत्या पर बलिया में उबाल, मृतक के बेवा को नौकरी और 50 लाख रुपये का मुआवजा देने की मांग



बलिया। सहारा समय हिंदी न्यूज़ चैनल के संवादाता और युवा पत्रकार रतन सिंह की बीते सोमवार की रात बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या किए जाने की विरोध में जिले भर के लोगों में उबाल है. विभिन्न राजनीतिक दलों ने घटना पर आक्रोश व्यक्त करते हुए सरकार को कटघरे में खड़ा किया और कहा कि योगी राज में प्रवेश की कानून व्यवस्था अस्त व्यस्त हो गई है. सपा और कांग्रेस ने मृतक पत्रकार के परिजनों को नौकरी देने की साथ ही आर्थिक मुआवजा देने की मांग की है.

  इसे पूर्व मंगलवार को घटना के विरोध में सुबह से ही जहां पत्रकार अन्त्य परीक्षण के दौरान जिला अस्पताल में डटे रहे पोस्टमार्टम के उपरांत पत्रकार के पैतृक गांव फेफना में धरना दे रहे हैं. धरनारत पत्रकारों की मांग है कि  मृतक की विधवा को सरकारी नौकरी देने के साथ ही एक करोड़ की आर्थिक सहायता सरकार द्वारा उपलब्ध कराई जाए. 


विगत रात राष्ट्रीय सहारा चैनल के जनपद स्थित फेफना निवासी युवा पत्रकार रतन सिंह की हत्या पर समाजवादी पार्टी ने गहरा शोक व्यक्त करते हुए परिवार के एक सदस्य को सरकारी नौकरी एव परिवार को  5000000/पचास लाख के आर्थिक सहयोग की सरकार से मांग किया है।
 इस संबंध में प्रेस को जारी एक विज्ञप्ति में समाजवादी पार्टी के प्रवक्ता  सुशील कुमार पाण्डेय"कान्हजी" ने कहा कि वर्तमान समय मे अपराधी बेखौफ हो गए है और आम आदमी की जान सस्ती हो गई है। रतन सिंह की हत्या लोकतंत्र के चौथे स्तम्भ की जुबान बन्द कराने का प्रयास है , समाजवादी पार्टी उनके हत्या पर चुप नहीं बैठेगी।


*नौकरी व 50 लाख रुपये आर्थिक सहायता देने की पत्रकारों ने की मांग*  

रेवती (बलिया) : ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन उप्र जनपद बलिया से संबंध स्थानीय ईकाई की संपन्न बैठक में फेफना के एक टी वी चैनल के पत्रकार रतन कुमार सिंह हत्या की कड़ी भर्सना की गई । बैठक में मुख्य रूप से मृतक आश्रित के एक सदस्य को नौकरी , 50 लाख रूपये की आर्थिक सहायता उपलब्ध कराने तथा दोषी लोगों को सख्त सजा दिलाने की मांग प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ जी से की गई ।जिला स्थाई समिति के सदस्य अनिल कुमार केशरी की अध्यक्षता में आयोजित बैठक में  राम प्रताप तिवारी, सिन्धु तिवारी, महेश कुमार शाह , आदि मौजूद रहे। 
नगर पंचायत रेवती के अध्यक्ष प्रतिनिधि कनक पांडेय , अखिल भारतीय उद्योग व्यापार मंडल रेवती अध्यक्ष वीरेंद्र गुप्ता, भाजपा मंडल अध्यक्ष सत्येद्र सिंह, कौशल सिंह, सपा के अमित पांडेय उर्फ पप्पू आदि ने पत्रकार की गोली मारकर हुई हत्या को लोकतंत्र के लिए कलंक  बताते हुए घटना की निष्पक्ष जांच व दोषियों के खिलाफ  सख्त कार्यवाही  किये जाने की मांग शासन प्रशासन से की है ।


 *जाने किसने उठाया पुलिस की कार्यप्रणाली पर प्रश्नचिन्ह*


दुबहड़। बलिया के फेफना में दिनदहाड़े हुई पत्रकार रतन सिंह की हत्या के बाद पुलिस प्रशासन की कार्यशैली पर उंगली उठने लगा है। उक्त बातें पत्रकार वेलफेयर सोसायटी बलिया के दुबहड़ में मंगलवार को हुई बैठक में जिलाध्यक्ष रणजीत सिंह ने कही। कहा कि आखिर पुलिस लोगो की सुरक्षा के लिए है। लेकिन किस कार्य मे इतनी व्यस्त हैं कि अपराधी खुलेआम हत्या जैसी घटना को अंजाम दे रहे हैं। उन्होंने नेता प्रतिपक्ष राम गोविंद चौधरी एवम उपनेता उमाशंकर सिंह को पत्र लिखकर उक्त प्रकरण को सदन में उठाने की मांग की हैं। साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार से मृतक के परिजनों को 50 लाख रुपये नकद एवं सरकारी नौकरी देने की मांग की हैं। पत्रकार रमेश चंद्र गुप्ता ने कहा कि रतन सिंह की हत्या के मामले में बलिया पुलिस डीआईजी आजमगढ़ से झूठ बोलकर गलत रिपोर्टिंग की है। जिसका उच्चस्तरीय जांच कर गलत रिपोर्टिंग करने वाले पुलिसकर्मियों पर सख्त कार्रवाई करनी चाहिए। कहा कि बलिया पुलिस द्वारा डीआईजी से गलत रिपोर्टिंग करना, कहीं न कहीं दाल में काला वाली बात प्रमाणित होती है। इस अवसर पर नागेंद्र तिवारी, गोविंद पाठक, अन्नपूर्णानंद तिवारी, कुलदीप दुबे, सन्दीप गुप्ता, अख्तर अली, गांधी पांडेय, केडी सिंह, मोहन यादव, नितेश पाठक आदि रहे।


* पत्रकारों को सुरक्षा देने की उठीं मांग*



रसड़ा (बलिया): पत्रकार रतन सिंह की हत्या को लेकर भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार समन्वय समिति एवं सोशल मीडिया पत्रकार महासंघ आक्रोशित 
भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार समन्वय समिति एवं सोशल मीडिया पत्रकार महासंघ  ने मांग किया हत्यारो को सख्त से सख्त सजा और परिवार को आर्थिक सहायता दिया जाए।
 भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार समन्वय समिति एवं सोशल मीडिया पत्रकार महासंघ  सरकार से यह मांग करता है कि  मृतक पत्रकार के परिवार को 50 लाख की सहायता  राशि व उनकी पत्नी को सरकारी नौकरी और बच्चों की निशुल्क पढाई व सरकारी आवास की व्यवस्था की  जाए। साथ ही परिवार को सरकारी सुरक्षा भी दी जाये। पत्रकार अपनी जान जोखिम में डालकर निस्वार्थ भाव से समाज सेवा करता है जबकि उसको किसी प्रकार का मानदेय भी नहीं मिलता है फिर भी पत्रकार को समाज और सरकार के बीच छुपे मानव रूपी भेड़ियों का शिकार होना पड़ता है। जो अत्यंत निंदनीय है ।


 *भाराप महासंघ ने दिवंगत पत्रकार को दी श्रद्धांजलि*



सिकंदरपुर। भारतीय राष्ट्रीय पत्रकार महासंघ इकाई सिकंदरपुर के तत्वाधान में स्थानीय एलपीएस इंस्टिट्यूट के प्रांगण में एक शोक सभा का आयोजन किया गया। इस दौरान बलिया में सोमवार की शाम एक टीवी पत्रकार रतन सिंह की बदमाशों द्वारा गोली मारकर हत्या कर दी गई थी। इस दौरान आयोजित श्रद्धांजलि सभा में उन्हें श्रद्वांजलि अर्पित किया गया। इस दौरान तहसील अध्यक्ष आरिफ अंसारी ने कहा कि सरकार में पत्रकारों के ऊपर उत्पीड़न तथा पत्रकारों की हत्या बढ़ गई है, जिसकी वह पूरी तरह से भत्सर्ना करते हैं। इस दौरान महामंत्री लड्डन भाई ने साफ शब्दों में कहा कि यह शासन प्रशासन की कमी को उजागर कर रहा है। शासन-प्रशासन आज पत्रकारों को लेकर गंभीरता नहीं दिखा रही है। पूरे प्रदेश के पत्रकार आंदोलन को बाध्य होंगे। उपाध्यक्ष विनोद गुप्ता ने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि रतन सिंह एक मृदुभाषी पत्रकार थे तथा इस तरीके से हत्या किया जाना कहीं न कहीं शासन प्रशासन को कटघरे में खड़ा कर रहा है। कार्यक्रम में प्रमुख रूप से अभिषेक तिवारी, आरिफ अंसारी, लड्डन भाई, विनोद गुप्ता, हेमंत राय, जितेंद्र राय, शैलेंद्र कुमार, गोपाल प्रसाद, अंगद कुमार, गौहर खान, विनोद गौतम, सनोज कुमार, विनोद यादव आदि पत्रकार शामिल रहे।



रिपोर्ट# धीरज सिंह, पुनीत केशरी, नितेश पाठक, पिंटू सिंह, हेमंत राय

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