4G बोल उपभोक्ताओं को कम्पनीया लगा रही है चूना
रसड़ा (बलिया ) उत्तर प्रदेश के बलिया जिले में मोबाइल डेटा 4G पैक इसलिए डलवाते हैं ताकि अच्छी नेट स्पीड मिले आन लाइन पढ़ाई-लिखाई कर सकें जिससे जरुरत की कोई भी चीज डाउललोड कर सकें तथा ऑनलाइन कुछ टास्क कर सकें। लेकिन आपकी इस सोच पर उस समय मायूस होना पड़ता है जैसे ही जनपद या तहसील क्षेत्रों में बिजली कटौती होती हैं एकाएक नेट की स्पीड ‘स्लो’ हो जाती है।
कारण उपभोक्ता परेशान होता है कि कंपनी से कोई गड़बड़ी हुई इसलिए नेट की स्पीड स्लो है, लेकिन उपभोक्ताओं का शोषण दरअसल धोखा कम्पनी के उच्च अधिकारियों सहित डीजल माफियाओं की वजह से है। पूरे जनपद के वर्तमान समय में ‘डीजल माफियाओं इस कदर सक्रिय है कि नेट की स्पीड के साथ खुलेआम दिन दहाड़े आम उपभोक्ताओं को लूट रहे हैं
विडंबना देखिए हजूर यह खेल काफी दिनों से खेला जा रहा है, लेकिन आज तक न तो किसी नेता ने इसके खिलाफ आवाज उठाई और न ही किसी जिम्मेदार अधिकारी ने कोई एक्शन लिया।
जानबूझकर मोबाइल टावर की बैट्री व जनरेट से छेड़छाड़ कर चूंकि डीजल की आपूर्ति की जिम्मेदारी डीजल माफियाओं का होता हैं, जिसके साथ टेक्निशियन मिलीभगत कर बिजली कटने के साथ ही कागजों पर मनमाना डीजल जलाकर धरातल पर जैसे-तैसे टावर को चालू रखा जाता है।
कभी-कभी तो मोबाइल टावर चालू किए ही उस समय भी डीजल से टावर चलाने की बात दिखाकर पैसा कम्पनी से लेते और इस पैसों का डीजल माफिया टेक्निशियन से लेकर अधिकारीयों तक बराबर हिस्सा पहुंचाता हैं।
इसमें सरकार को भी चूना लगातें है स्थानिय मिली भगत से चोरी की बिजली से चलता है टावर – डीजल माफिया गैंग पूरी एक चेन की तरह काम करती है। इसमें नीचे से लेकर उपर तक सभी लोग मिले होते हैं। कंपनी के हाईकमान को मतलब बस कागजों में टावर चलने से रहता है। कैसे चलाए ये जिम्मा बीच के अधिकारी तथा कर्मचारियों का होता है। ये अधिकारी व कर्मचारी कंपनी के हाईकमान को कागजों में दिखाने के लिए कनेक्शन तो लेते है, लेकिन लोकल लाइनमैन से मिलकर अवैध रूप से चोरी की बिजली से टावर का संचालन किया जाता है और बिजली बिल के नाम पर सरकार को चूना लगाया जाता हे।
उपभोक्ता शिकायत हर कंपनी ने टोल फ्री नंबर तो जारी किया है, लेकिन उसमें लगाने पर सिर्फ बिजी-बिजी ही सुनने को मिलता है। ऐसे में न शिकायत लोग आसानी से कंपनी तक पहुंचा पाते हैं और न ही धरातल पर क्या हो रहा है इस चीज से कंपनी को जानकारी हो पाती है। लिहाजा सालों से चले आ रहे यह खेल आज भी बलिया जिले में शहर व ग्रामीण क्षेत्रों में बदस्तूर जारी है।
ख़बर के माध्यम से सभी कम्पनी से अनुरोध है सोच बदलो,देश बदलो डीजल माफियाओं पर करें कार्रवाई वरना लोगों का सभी कम्पनी से मोह भंग हो सकता है।
रिपोर्ट : पिन्टू सिंह
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