सामाजिक समरसता के लिए दान पुण्य आवश्यक : पंडित गंगासागर मिश्र
दुबहर, बलिया । सामाजिक समरसता बनाए रखने के लिए प्रत्येक समर्थवान एवं समाजसेवी को गरीबों की यथाशक्ति मदद करनी चाहिए। उक्त उद्गार ओझा कछुआ, उग्रसेनपुर निवासी समाजसेवी गंगासागर मिश्रा ने अपने आवास पर सैकड़ों गरीब एवं असहाय पात्र महिलाओं एवं पुरुषों को छठ पर्व पूजा मनाने के लिए साड़ी, नारियल, फल एवं अर्ध्य से संबंधित पूजा सामग्री एवं कंबल का वितरण करते हुए व्यक्त किया।
कहा कि निराश्रितों की सेवा से बढ़कर कोई धर्म नहीं है। जिस समाज में गरीबों, असहायों एवं निराश्रिततों की सेवा एवं सम्मान होता है, वह समाज प्रगति के पथ पर अग्रसर होता है। पहले कोरोना काल की मार एवं हाल के दिनों में अतिवृष्टि के कारण साधारण एवं गरीब लोगों के रोजगार के अवसर छिन गए हैं। इस परिस्थिति में पूजा-पर्व, त्योहार मनाना तो क्या, गरीब लोग दैनिक जरूरत की वस्तुओं के लिए परेशान हो रहे हैं। इस परिस्थिति में समाज के वास्तविक समाजसेवियों एवं प्रबुद्धजनों को गरीबों की भरपूर मदद करनी चाहिए।
इस अवसर पर कुबेर नाथ मिश्रा, सीताराम मिश्रा, पप्पू मिश्रा,उमेश सिंह, मुन्ना यादव, राम बहादुर दुबे, किशोर पांडे,बिशु साहू, छोटक चौहान, रोहित पाठक, अनिल प्रजापति,सुरज मिश्रा, भुंड, जोधन, सोनू मिश्रा, बिरेंद्र मिश्रा, जयराम शर्मा, अतुल ठाकुर,राजमुनी ठाकुर, मान्ति, रेखा प्रजापति,सुमित्रा, रीता, पुनीता, शान्ति, बचकलिआ, कलावती,सोनामती,भगमनिया, आदि क्षेत्रीय लोग उपस्थित थे।
रिपोर्ट:-नितेश पाठक
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