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खेतों में न जलाये पराली, बनाएं जैविक खाद और खेतों में करें प्रयोग



बलिया। प्रमोशन ऑफ एग्रीकल्चर मैकेनाइजेशन फॉर इन सीटू मैनेजमेंन्ट आफ क्राप रेजीडयू योजनान्तर्गत पराली प्रबन्धन हेतु जनपद स्तरीय कृषक जागरूकता गोष्ठी का आयोजन कृषि विभाग द्वारा गुरुवार को कृषि भवन के परिसर में किया गया। कार्यक्रम के मुख्य अतिथि श्री राजित राम मिश्र, जिला विकास अधिकारी रहे। मुख्य अतिथि द्वारा पराली प्रबन्धन के बारे में कृषकों को जागरूक करते हुए अवगत कराया कि किसान भाई अपने खेतो में पराली न जलाये, बल्कि इसे खेत मिलाकर जैविक खाद बनाये इससे मृदा की उर्वरता शक्ति बढ़ती है।


धान की कटाई के बाद सुपर सीडर मशीन से गेहूॅ की बुवाई करे इस मशीन द्वारा खेत में मौजूद नमी से गेहॅू की सीधी बुवाई करने से मशीन में आगे की तरफ लगा रोटावेटर धान की पराली को टकड़े-टुकड़े कर मिट्टी में मिला देता है, तथा पीछे की तरफ लगी सीड एवं फर्टीलाइजर बुवाई की मशीन से गेहॅू एवं खाद की सीधी बुवाई हो जाती है जिससे बुवाई की लागत एवं समय की बचत होती है। सुपर सीडर से बुवाई करने पर फसल की पैदावार भी अधिक होती है। पराली जलाने से खेतो में जो हमारे मित्र कीट है वे नष्ट हो जाते है। जिला विकास अधिकारी ने कृषकों से अपील की, कि किसान भाई फसल के साथ-साथ अपनी खेती में विविधता लाते हुए औद्यानिक फसल, पशुपालन, मुर्गी पालन, मधुमक्खी पालन तथा सब्जियों की खेती को भी अपनाये जिससे उनके आय में वृद्धि हो सकें। संतुलित मात्रा में उर्वरक, प्रमाणित बीज एवं जैविक खादों का प्रयोग कर रबी की बुवाई करें, मुख्य अतिथि महोदय द्वारा जागरूकता गोष्ठी मे आये हुए किसानों को पराली न जलाने हेतु शपथ भी दिलायी गयी। कार्यक्रम में उपस्थित कृषकों को पराली प्रबन्धन हेतु वेस्ट डी-कम्पोजर का निःशुल्क वितरण किया गया। कार्यक्रम में कृषि विज्ञान केन्द्र, सोहॉव के अध्यक्ष एवं वरिष्ठ वैज्ञानिक श्री रबि प्रकाश मौर्या द्वारा रबी की विभिन्न फसलों यथा गेहूॅ, चना, मटर, सरसों तथा आलू इत्यादि में लगने वाले रोगो के रोकथाम, कीट नियंत्रण के विषय पर चर्चा की गयी।


श्री इन्द्राज उप कृषि निदेशक द्वारा कृषि विभाग के द्वारा संचालित योजनाओ विशेषतः प्रधानमंत्री फसल बीमा योजना, फसल अवशेष/पराली प्रबन्धन के कृषि यंत्रो के बारे में चर्चा करते हुए उन पर कृषि विभाग द्वारा देय अनुदान एवं यंत्रों से होने वाले लाभ के बारे में कृषकों को विस्तारपूर्वक बताया गया। जिला उद्यान अधिकारी, श्री नेपाल राम के द्वारा किसानों को उद्यान विभाग के द्वारा संचालित योजनाओं एवं उन पर दिये जाने वाले अनुदान के बारे में कृषकों को विस्तृत जानकारी दी गयी। रबी अभियान कार्यक्रम के दृष्टिगत कृषि एवं सम्बद्ध विभागों के उपस्थित अधिकारियों ने अपने विभाग की तैयारी के बारे में जानकारी प्रदान की गयी। श्री विकेश पटेल, जिला कृषि अधिकारी के द्वारा बीज एवं उर्वरको के उपलब्धता के सम्बन्ध में कृषकों को जानकारी देते हुए कहा कि जनपद में बीज एवं उर्वरकों की पर्याप्त उपलब्धता है।


किसान भाई आवश्यकतानुसार बीज एवं उर्वरक क्रय कर रबी फसलों की समय से बुवाई करें। जागरूकता गोष्ठी में उद्यान, पशुपालन, कृषि आदि विभागों, बीज एवं उर्वरक के निजी संस्थाओं द्वारा स्टाल लगाकर कृषकों को सामयिक जानकारी प्रदान की गयी। पराली प्रबन्धन के कृषि यंत्रों को भी प्रदर्शनी लगायी गयी। कार्यक्रम में जनपद से बड़ी संख्या में कृषकों द्वारा प्रतिभाग किया गया। कृषक वैज्ञानिक संवाद में श्री गोपाल राम, श्री हरिशंकर वर्मा, डा0 प्रेमलता श्रीवास्तव कृषि विशेषज्ञों ने कृषकों द्वारा उठाये गये प्रश्नों का निराकरण किया गया। कार्यक्रम के अन्त में भूमि संरक्षण अधिकारी श्री सन्तोष कुमार यादव के द्वारा गोष्ठी में आये हुए मुख्य अतिथि, कृषकों एवं अधिकारियों का आभार एवं धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम का संचालन श्री श्रीप्रकाश सिंह के द्वारा किया गया।



रिपोर्ट धीरज सिंह

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