सीएचसी परिसर में लगा आरओ प्लांट के सूखे कंठ,पेयजल को बिलबिला रहे मरीज
रतसर (बलिया):आम आवाम की सुविधा के नाम पर वैसे तो बड़े- बड़े दावे किए जाते हैं लेकिन धरातलीय हकीकत कुछ और ही है। बात चाहें बिजली की हो या पानी की चहुंओर हाहाकार मचा है। स्थानीय नगर पंचायत स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र में मरीजों को स्वच्छ पेयजल उपलब्ध कराने की नीयत से लगाए गए आरओ प्लांट लो बोल्टेज के चलते आज तक चालू नही हो पाया। इसकी वजह से मरीजों एवं तीमारदारों के साथ ही स्वास्थ्य कर्मियों को शुद्ध पेयजल के लिए दर-दर भटकना पड़ता है। अशुद्ध पेयजल से उत्पन्न होने वाली बीमारियों से मरीजों को बचाने के लिए नगर पंचायत द्वारा लाखों रुपये की लागत से आरओ प्लांट स्थापित किया गया था। इससे मरीजों एवं उनके तीमारदारों को शीतल व स्वच्छ पानी उपलब्ध कराया जाना था लेकिन बिजली विभाग की लापरवाही के चलते लो बोल्टेज के कारण आज तक चालू नही हो पाया। सीएचसी अधीक्षक डा० राकिफ अख्तर ने बताया कि आरओ प्लांट चालू कराने के लिए बार- बार बिजली विभाग के उच्च अधिकारियों को लिखित एवं मौखिक रूप से बार- बार शिकायती पत्र दिया गया है तथा मौखिक रूप से विद्युत उपकेन्द्र के जेई को सूचित किया जा रहा है इसके बावजूद बिजली विभाग के अधिकारी इस ओर ध्यान नही दे रहे है। बताया कि सीएचसी के लिए अगर 25 केवी का ट्रांसफार्मर विभाग द्वारा मुहैया करा दिया जाता साथ ही टाउन फीडर से अगर कनेक्शन कर दिया जाता तो लो बोल्टेज की समस्या से निजात मिल जाती। बताते चले कि दो लाख से उपर की आबादी को स्वास्थ्य सेवा मुहैया कराने के लिए एक मात्र सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्र निर्मित है जहां प्रति दिन सैकड़ों मरीज अपना इलाज कराने के लिए क्षेत्र से आते है। शुद्ध पेयजल उपलब्ध न होने के कारण मरीजों को एक किमी की दूरी तय कर बाजार से बोतल बन्द पानी के लिए जाना पड़ता है यही हाल वहां परिसर में रह रहे चिकित्सकों एवं स्वास्थ्य कर्मियों की है।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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