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अनुपस्थित मिले 79 शिक्षक तो बीएसए ने काटा वेतन

 





बलिया। महानिदेशक स्कूल शिक्षा एवं राज्य परियोजना निदेशक कार्यालय के आदेश के अनुपालन में खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयकों द्वारा परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से किया गया। निरीक्षण के दौरान 79 अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक बिना किसी सूचना के अनुपस्थित पाये गये, जिनका विवरण प्रेरणा पोर्टल पर अंकित है। सम्बंधित शिक्षकों का अनुपस्थित तिथि का वेतन/मानदेय कटौती करते हुए साक्ष्यमय स्पष्टीकरण सात दिवस के अन्दर खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से तलब किया हैै।

जिला बेसिक शिक्षा अधिकारी मनीष कुमार सिंह ने बताया कि विद्यालयों का निरीक्षण एवं कार्यक्रमों की प्रगति का अनुश्रवण लगातार किया जा रहा है। इसी क्रम में खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयकों द्वारा जनपद के परिषदीय विद्यालयों का निरीक्षण प्रेरणा पोर्टल के माध्यम से किया गया। निरीक्षण के दौरान विद्यालय से 79 अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक बिना किसी सूचना अनुपस्थित मिले, जो उनकी अनुशासनहीनता, उच्चाधिकारियों के आदेशों-निर्देशों की अवहेलना तथा सौंपे गये कार्यों एवं दायित्वों के निर्वहन में की गयी घोर लापरवाही को प्रदर्शित करता है। यह किसी भी दशा में स्वीकार्य नहीं है, क्योंकि इससे विभागीय छवि धूमिल हो रही है। बीएसए ने सभी को सचेत किया है कि अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक समय से विद्यालय में उपस्थित रहकर सौंपे गये दायित्वों का निर्वहन करें, लापरवाही बर्दाश्त नहीं की जायेगी। 


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इसमें दो हेडमास्टर, 8 सहायक अध्यापक, पांच शिक्षामित्र तथा तीन अनुदेशको पर हुई कार्रवाई 


बीएसए मनीष कुमार सिंह ने बताया कि खण्ड शिक्षा अधिकारी एवं जिला समन्वयकों द्वारा 10 अक्टूबर को किये गये निरीक्षण में 18 शिक्षक अनुपस्थित मिले। इसमें दो हेडमास्टर, 8 सहायक अध्यापक, पांच शिक्षामित्र तथा तीन अनुदेशक शामिल है। बीएसए मनीष कुमार सिंह ने सभी का अनुपस्थित तिथि का वेतन/मानदेय कटौती करते हुए साक्ष्यमय स्पष्टीकरण 07 दिवस के अन्दर खण्ड शिक्षा अधिकारी के माध्यम से तलब किया है। यही नहीं, अनुपस्थित अध्यापक, शिक्षामित्र व अनुदेशक के वेतन/मानेदय कटौती का विवरण मानव सम्पदा पोर्टल पर भी दर्ज किया जायेगा। वहीं, साक्ष्यमय स्पष्टीकरण न मिलने की दशा में सम्बंधित के विरूद्ध विभागीय नियमों के तहत कठोर अनुशासनात्मक कार्यवाही संभव है।



By-Dhiraj Singh

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