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विश्व प्रसिद्ध उज्जैन महाकाल मंदिर में लगी आग मुख्य पुजारी सहित 13 लोग झुलसे, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया और घायलों को जल्द स्वस्थ्य होने की कामना की

 



मध्यप्रदेश : होली के मौके पर मध्य प्रदेश के विश्व प्रसिद्ध उज्जैन महाकाल मंदिर से बड़ी खबर सामने आ रही है. यहां सोमवार की सुबह हो रही भस्म आरती के दौरान अचानक आग लग गई, जिसमें मुख्य पुजारी सहित 13 लोग झुलस गए हैं.

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने हुई दुर्घटना पर दुख जताते हुए इसे अत्यंत पीड़ादायक बताया है।

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई दुर्घटना में घायल हुए सभी व्यक्तियों के जल्द स्वस्थ होने की कामना करते हुए अपने एक्स अकाउंट पर लिखा, "उज्जैन के महाकाल मंदिर में हुई दुर्घटना अत्यंत पीड़ादायक है। इस हादसे में घायल सभी श्रद्धालुओं के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। राज्य सरकार की देखरेख में स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा है।" 

फिलहाल सभी को अस्पताल में भर्ती कराया गया है. गृहमंत्री अमित शाह ने भी घटना की पूरी जानकारी ली है. घटना को लेकर लोगों ने बताया कि भस्म आरती के दौरान गुलाल उड़ाते ही आग लग गई.

मीडिया सूत्रों के मुताबिक, इस घटना के दौरान सीएम मोहन यादव के बेटे और बेटी भी मंदिर के अंदर ही उपस्थित थे. दोनों भस्म आरती के दर्शन करने के लिए पहुंचे थे. फिलहाल दोनों सुरक्षित हैं. इस घटना को लेकर गृह मंत्री अमित शाह ने मुख्यमंत्री मोहन यादव से फोन पर बात कर घटना की जानकारी ली. साथ ही घायलों के स्वस्थ होने की कामना की. वहीं घटना को लेकर उज्जैन के कलेक्टर नीरज कुमार सिंह ने मडिया को जानकारी दी कि भस्म आरती के दौरान गुलाल का भी प्रयोग किया जाता है. भस्म आरती के दौरान गर्भ गृह के अंदर कपूर की आग भभक गई थी, जिसे अंदर मौजूद 13 पुजारी झुलस गए. उन्होंने आगे बताया कि जिला अस्पताल में सभी घायलों को भर्ती कराया गया है. ज्यादा गहरे घाव नहीं हैं, सभी स्टेबल हैं और डॉक्टर उनका इलाज कर रहे हैं. मंदिर में दर्शन सुचारू रूप से चालू है. मंदिर में किसी प्रकार की कोई समस्या नहीं है.

जानें कैसे और कब लगी आग?

प्रत्यक्षदर्शियों ने बताया कि, गर्भगृह में आग उस समय लगी जब रंग और गुलाल उड़ाया जा रहा था. इसी दौरान पुजारी कपूर से महाकाल की आरती भी कर रहे थे, जिससे आग अचानक भभक गई और ऊपर लगे फ्लैक्स को अपनी चपेट में ले लिया, जो कि जलता हुआ हिस्सा नीचे आ गिरा. जिससे आग की चपेट में आकर पुजारी और सेवक झुलस गए. बता दें कि इस वक्त मंदिर में हजारों की संख्या में श्रद्धालु मौजूद थे. सभी महाकाल के साथ होली मना रहे थे. घायल सेवक ने बताया कि आरती कर रहे पुजारी संजीव पर पीछे से किसी ने गुलाल डाल दिया, जो कि सीधा दीपक पर जा गिरा. उन्होंने कहा कि शायद गुलाल में केमिकल था इसलिए आग तेजी से भड़क गई. उधर, रंग-गुलाल से गर्भगृह की चांदी की दीवार को बचाने के लिए वहां फ्लैक्स लगाए गए थे. इनमें भी आग फैल गई.



इस तरह पाया गया आग पर काबू

उपस्थित लोगों ने बताया कि आग लगने के बाद कुछ लोगों ने फायर एक्सटिंग्विशर से आग पर काबू पाया लेकिन जब तक आग पर काबू पाते तब तक गर्भगृह में मौजूद आरती कर रहे संजीव पुजारी, विकास, मनोज, सेवाधारी आनंद कमल जोशी समेत 13 लोग झुलस गए थे.

मामले की होगी जांच

इस मामले में कलेक्टर नीरज सिंह ने बताया कि मामले की जांच के आदेश दिए हैं. एक कमेटी इसकी जांच करेगी. वहीं घटना की जानकारी होने के तुरंत बाद ही कलेक्टर नीरज सिंह और एसपी प्रदीप शर्मा अस्पताल पहुंचे और सभी घायलों का हाल जाना है. सूत्रों के मुताबिक, 6 पुजारी और सेवको को उपचार के लिए इंदौर रेफर किया गया है.
मुख्य कार्यपालन अधिकारी जिला पंचायत मृणाल मीना और अपर कलेक्टर उज्जैन अनुकूल जैन को घटना की जांच सौंपी गई है. कलेक्टर ने 3 दिन में जांच समिति को रिपोर्ट देने के निर्देश दिए हैं.

ये लोग हुए घायल

महाकाल मंदिर में भस्मारती के दौरान लगी आग में मुख्य पुजारी संजय गुरु, विकास पुजारी, मनोज पुजारी, अंश पुरोहित, सेवक महेश शर्मा और चिंतामन गेहलोत सहित अन्य कई लोग घायल हो गए हैं.



डेस्क

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