ट्रैक्टर-ट्रॉली की चपेट में आने से सेवानिवृत जवान की हुई मौत, परिजनों ने पुलिस पर हीलाहवाली करने का लगाया आरोप
गड़वार (बलिया) स्थानीय थाना क्षेत्र के पियरिया नहर मार्ग के समीप तेज रफ्तार अनियंत्रित ईंट लदी ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से स्थानीय थाना क्षेत्र के हरिपुर निवासी सेवानिवृत्त आईटीबीपी हवलदार गंभीर रूप से घायल हो गए। आनन-फानन में परिजन इलाज के लिए जिला चिकित्सालय ले गए जहां गंभीर स्थिति को देखते हुए चिकित्सकों ने रेफर कर दिया। जहां मऊ में इलाज के दौरान दम तोड़ दिए। बताते चले कि स्थानीय थाना क्षेत्र के हरिपुर निवासी आईटीबीपी के सेवानिवृत हवलदार मनोज कुमार उपाध्याय(40) पुत्र स्व.कन्हैया उपाध्याय गुरुवार की शाम किसी कार्य वश घर से गड़वार आ रहे थे कि पियरिया नहर मार्ग के समीप तेज रफ़्तार ट्रैक्टर ट्राली की चपेट में आने से गंभीर रूप से घायल हो गए। सुबह परिजन थाना पहुंचकर नामजद तहरीर देने लगे तो थाना प्रभारी मूलचंद चौरसिया ने चार बार तहरीर बदलवाकर घटना में शामिल ट्रैक्टर को ना दिखाकर अज्ञात पर मुकदमा दर्ज कर दिया। जबकि ट्राली सहित ट्रैक्टर पुलिस ने पकड़कर अपने कब्जे में ले लिया थी। जिस कारण परिजन सहित ग्रामीणों ने थाने पहुंचकर इसका जमकर विरोध करने लगे। मृतक के छोटे भाई नितीश उपाध्याय का आरोप है कि गुरुवार की देर शाम मेरे भाई कि ट्रैक्टर की चपेट में आने से मौत हुई है। उस ट्रैक्टर ट्राली को पुलिस ने अपने कब्जे में ले तो लिया लेकिन हम लोग नामजद तहरीर लिख कर दिए तो थानाध्यक्ष द्वारा चार बार तहरीर बदलवाकर अज्ञात के खिलाफ मुकदमा पंजीकृत करवा दिया गया। नितीश का आरोप है कि पुलिस ट्रैक्टर मालिक जो ईंट भट्ठा चलाते है उनसे मोटी रकम लेकर बचना चाहती है। उन्होंने यह भी आरोप लगाया कि पुलिस हम लोगों को भ्रमित कर बताया कि जिस गाड़ी से दुर्घटना हुई है उसका कागजात नही है जिसके कारण लाभ नही मिल पाएगा। मीडिया कर्मियों ने पूछा कि पुलिस जब ट्रैक्टर को अपने कब्जे में ले लिया है तो अज्ञात के खिलाफ मुकदमा क्यों दर्ज किया गया। इस पर थाना प्रभारी मीडिया कर्मियों पर आग बबूला हो गए।और जवाब देने से कतराने लगे। बाद में दबाव पड़ने पर नामजद मुकदमा लिखने की कार्रवाई शुरू की गई ।
इस संबंध में पुलिस अधीक्षक विक्रांत वीर ने कहा कि यदि ऐसी बात है तो इस घटना की जांच होगी।दोषी के खिलाफ सख्त कार्रवाई होगी तथा पीड़ित को निश्चित रूप से न्याय मिलेगा।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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