चाणक्य जयंती मना ब्राह्मणों ने दिखाई एकजुटता, परशुराम रत्न से किया सम्मानित
गड़वार (बलिया) स्थानीय कस्बा क्षेत्र के नारायनपाली गांव स्थित मां कामाख्या देवी मंदिर परिसर में रविवार को ब्राह्मण स्वयं सेवक संघ के तत्वाधान में आचार्य चाणक्य की जयंती ब्राह्मण दिवस के रूप में मनाई गई। इस अवसर पर संगठन द्वारा भव्य सम्मान समारोह एवं गोष्ठी का आयोजन किया गया। कार्यक्रम का शुभारंभ भाजपा के जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा,नगर पंचायत चितबड़ागांव के पूर्व चेयरमैन केशरी नंदन त्रिपाठी एवं संगठन के प्रदेश महासचिव राजेश मिश्र के नेतृत्व में आयोजित कार्यक्रम में आचार्य चाणक्य एवं भगवान परशुराम के तैलचित्र पर मौजूद लोगों ने श्रद्धा के पुष्प अर्पित किए। समाज में उत्कृष्ट कार्य के लिए सेवानिवृत्त शिक्षक द्वय जय प्रकाश दुबे एवं शिवानंद दुबे को परशुराम रत्न देते हुए उन्हें अंगवस्त्र देकर सम्मानित किया गया। इस अवसर पर भाजपा जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा ने कहा कि ब्राह्मण के बिना ब्रम्हांड की कल्पना तक संभव नही है। चेयरमैन केशरी नंद त्रिपाठी ने बताया कि इतिहास आचार्य चाणक्य की उपलब्धियों का गवाह है। कहा कि कौटिल्य के नाम से चर्चित आचार्य चाणक्य ने ही नंदवंश का नाश कर चंद्रगुप्त मौर्य को राजा बनाकर उन्हें दीक्षा दी। जिसके बदौलत उन्होंने मौर्य साम्राज्य का झंडा गाड़ा। अध्यक्षीय संबोधन में प्रदेश महासचिव राजेश मिश्र ने कहा कि आचार्य चाणक्य के विचार अत्यंत प्रासंगिक है,हमें उनकी नीतियों का अनुसरण करते हुए एक भव्य समाज की स्थापना में अपना महत्वपूर्ण योगदान देना चाहिए। कार्यक्रम को ओम प्रकाश पाण्डेय,करूणेश पाण्डेय,रामजी चौबे,विष्णु कुमार मिश्र,रत्नाकर दुबे, सरोज दुबे,धनेश पाण्डेय आदि ने संबोधित किया। कार्यक्रम का संचालन एड.दिनेश दुबे ने किया। इस अवसर पर बीएसएस के जिलाध्यक्ष संजय मिश्रा,राकेश तिवारी,आशीष पाण्डेय,अरुण तिवारी,सतीश उपाध्याय,प्रिंस पाण्डेय,पप्पु मिश्रा एवं सत्येन्द्र दुबे मौजूद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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