दीक्षा हॉस्पिटल को सीएमओ ने किया सील, हॉस्पिटल के संचालक व अल्ट्रासाउंड सेंटर के संचालक सहित सभी सम्बन्धितों पर एफआईआर कराने का निर्देश, जानें जानकर हो जाएंगे हैरान
बलिया : दीक्षा हेल्थ केयर (हॉस्पिटल) बैरिया में गत दिवस गर्भवती के प्रसव के दौरान गलत ऑपरेशन, बाद में हालत बिगड़ने पर पटना ले जाकर एक निजी अस्पताल में भर्ती कराने और इलाज के दौरान 30 अगस्त की रात में प्रसूता की मौत के बाद बैरिया में परिजनों द्वारा किए गए विवाद को प्रशासन ने गंभीरता से लिया है मंगलवार को मौके पर पहुंचे मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉक्टर संजीव वर्मा, क्षेत्राधिकारी मोहम्मद फहीम कुरैसी, नायब तहसीलदार रोशन सिंह के उपस्थिति में सबंधित अस्पताल को सीज कर दिया। वहीं उक्त अस्पताल के संचालक चिकित्सक स्टाफ नर्स इस अस्पताल में गर्भवती को भेजने वाले मां अंबे अल्ट्रासाउंड केंद्र के संचालक के खिलाफ प्राथमिकी की दर्ज करने व कठोर कार्यवाई करने का निर्देश मुख्यचिकित्साधिकारी ने दिया है ।
उल्लेखनीय हैं कि क्षेत्र के जगदेवा ढाही गांव निवासी सूरज पासवान की पत्नी अनीसा देवी को प्रसव वेदना होने पर उसे लेकर उसका माँ अम्बे अल्ट्रासाउंड सेंटर पहुँचा जहा अल्ट्रासाउंड के बाद संचालक दशरथ यादव ने सूरज पासवान को अपनी पत्नी के प्रसव के लिए उक्त अस्पताल में भेजवा दिया। जहाँ सिजेरियन के समय गलत नस कट जाने के कारण प्रसूता की हालत बिगड़ने लगी। उक्त अस्पताल के संचालक डॉ राजीव कुमार ने उसे पटना के श्रीकृष्ण हॉस्पिटल राजीव नगर में भर्ती करा दिया। वहा स्थिति नही सुधरने पर उसे नेता जी सुभाष चन्द्र हॉस्पिटल बिहटा ले जाकर भर्ती कराया गया जहाँ इलाज के दौरान उसकी मौत हो गई।
उक्त जानकारी देते हुए मृतक के पति ने बताया कि इस बीच दो बार उसे पटना में 50 - 50 हजार रुपये जमा कराया गया जिसके बाद मौत हो गई। हम लोगों ने थाने में तहरीर दिया तब से संचालक गायब हो गए। विभिन्न समाचार पत्रों में यह खबर प्रकाशित होने के बाद मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने 3 सदस्यीय जांच कमेटी गठित कर दिया जिसमें एसीएमओ डॉक्टर योगेंद्र दास, डॉ अभिषेक कुमार व सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सोनबरसा के अधीक्षक डॉ राजेश सरोज शामिल थे जिसके रिपोर्ट के बाद अस्पताल को सीएमओ द्वारा सील करने में बाद कानूनी कार्यवाही की संतुति की गई। मुख्य चिकित्सा अधिकारी ने बताया की इस अस्पताल में निर्धारित मानक पूरा नही किया गया इसलिए इसके खिलाफ शख्त से शख्त कार्यवाई की जाएगी। वही जांच टीम के बैरिया पहुँचने पर पूरे क्षेत्र के नर्सिंग होम, निजी क्षेत्र के चिकित्सालयो व अल्ट्रासाउंड सेंटरो पर संचालक ताला बंद कर भाग खड़े हुए।
By- Dhiraj Singh
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