कालाबाजारी में संलिप्त कोल्ड स्टोरेज के मालिक के खिलाफ तहरीर
बलिया।विपणन निरीक्षण रानीगंज प्रदीप कुमार जायसवाल ने शुक्रवार के दिन रेवती थाने में दुर्जनपुर स्थित जय मां दुर्गा कोल्ड स्टोरेज के मालिक राजकुमार प्रसाद उर्फ मुन्ना गुप्ता के विरुद्ध खाद्यान्न का अवैध व्यापार संचालित करने क्रय नीति का उल्लंघन करने संबंधित मामले में तहरीर दिया है।
ज्ञातव्य हो कि जिलाधिकारी भवानी सिंह खांगरौत के आदेश पर जिलापूर्ति अधिकारी कृष्णगोपाल पाण्डेय विगत आठ मई को अपनी टीम के साथ श्रीकांतपुर स्थित गेहूं क्रय केन्द्र श्रीनगर-दलछपरा साधन सहकारी समिति की जांच किया था।जांच के दौरान गेहू क्रयकेंद्र के बगल में दुर्गाकोल्ड स्टोरेज पर हजारों बोरी गेंहूं के बीच 299 जूट तथा 264 प्लास्टिक की संदिग्ध सरकारी बोरियों को जांच के लिए साधन सहकारी समिति के सचिव के जिम्मे रखवा दिया। इस दौरान किसानों द्वारा गेंहूं की बोरियों को अपना बताते हुए खतौनी आदि का नकल भी बयान सहित जांच अधिकारी के समक्ष प्रस्तुत किया गया। बुधवार के दिन विपणन निरीक्षक रानीगंज प्रदीप कुमार जायसवाल द्वारा थाने में यह तहरीर दिया गया कि जिलाधिकारी को प्राप्त शिकायत के क्रम में श्रीनगर दलछपरा साधन सहकारी समिति गेहूं क्रय केंद्र के बगल में स्थित जय मां दुर्गा कोल्ड स्टोरेज श्रीकांतपुर में अवैध रूप से गेहूं की खरीद फरोख्त की जा रही है। प्राप्त शिकायत की जांच जिला पूर्ति अधिकारी एवं जिला खाद्य विपणन अधिकारी द्वारा संयुक्त रूप से कराई गई।
जांच के दौरान पाया गया कि जो 264 प्लास्टिक की बोरी में गेहूं भरकर लाल धागे से डबल सिलाई की गई है। प्लास्टिक की बोरी पर खाद्य तथा रसद उत्तर प्रदेश का अंकन होने के साथ ही अधिकांश बोरियों पर आरएमएस 2018-19 कुछ बोरियों पर आरएमएस 2016-17 का अंकन है। लाल धागे से युक्त बोरियों का संपादन भारतीय खाद्य निगम द्वारा किया जा रहा है। स्पष्ट है कि उक्त गेहूं का अवैध भंडारण कोल्ड स्टोरेज में किया गया था। जिसकी भराई व सिलाई इस आशय से की गई थी कि मूल्य समर्थन योजना का अनुचित लाभ किसी अन्य द्वारा लिया जा सके। इसकेे अतिरिक्त 299 जूट की सरकारी बोरी में गेहूं की भराई की गई है। बोरियों पर खाद्य तथा रसद विभाग उत्तर प्रदेश केएमएस 2018-19 का अंकन भी है। उक्त गेहूं का अधिग्रहण करते हुए साधन सहकारी समिति के सचिव श्रीनगर दलछपरा की सुपुर्दगी में रखा गया। कोल्ड स्टोरेज में भंडारित गेहूं सेे स्पष्ट है कि क्षेत्र के व्यापारियों द्वारा गेहूं का डिस्ट्रेस सेल करतेे हुए क्षेत्र के किसानों से मनमानी रूप से औने पौने दाम पर गेहूं क्रय कर भंडारित कियाा गया है जो रवि विपणन वर्ष 2019-20 के क्रय नीति के विपरीत है।
By- Ajit Ojha
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