प्राथमिक विद्यालय का छत गिरा, बाल बाल बचे बच्चे
# तीन वर्षों से सूचना देते रहे प्रधानाध्यापक
रसड़ा (बलिया)। शिक्षा क्षेत्र रसड़ा के फिरोजपुर में प्राथमिक विद्यालय का जर्जर भवन कक्ष के छत के गिर जाने से पूरे विद्यालय सहित गांव में भी बुधवार को हड़कंप मच गया। बच्चों के स्कूल पहुंचने के पूर्व ही छत की पटियां व ईंट गिरने से बच्चे बाल-बाल बच गए। जर्जर भवन की स्थिति को देखते हुए स्कूल के बारामदे में पढ़ाकर बच्चों को घर भेज दिया गया। प्राथमिक विद्यालय भवन 1983 में किया गया था लेकिन मरम्मत न होने के कारण उसकी स्थिति जर्जर होती गई। विद्यालय के प्रधानाध्यापक धीरज गुप्ता विगत तीन वर्षों से लगातार जर्जर भवन की स्थिति के बारे में उच्चाधिकारियों को अवगत कराते रहे बावजूद इसके अधिकारियों की लापरवाही व उदासीनता के चलते इस विद्यालय की मरम्मत नहीं की जा सकी। क्षेत्र में मंगलवार की रात से ही अनवरत वर्षां के कारण स्कूल खुलने से पूर्व ही विद्यालय के एक कक्ष का मलबे के रूप में गिरने लगा। बच्चों के स्कूल पहुंचने पर जब विद्यालय का ताला खोला गया तो स्थिति को देखकर सभी हतप्रभ रह गए। सूचना पाकर ग्रामीण भी वहां एकत्रित हो गए। यह दृश्य देखकर लोगों का कहना था कि यदि कक्ष में बच्चे रहे होते तो आज बहुत बड़ा हादसा हो जाता।
इस खबर पर अखण्ड भारत न्यूज़ संवाददाता ने सबसे पहले खण्ड शिक्षा अधिकारी प्रभात श्रीवास्तव से बातचीत करना चाहा मगर साहब का दोनों नम्बर बंद मिला फिर संवाददाता ने बलिया बेसिक शिक्षा अधिकारी सुभाष गुप्ता से दूरभाष पर सम्पर्क किया और यहां की घटना को अवगत कराते हुए उनका पक्ष जानना चाहा उन्होंने बताया कि यह घटना बहुत ही दुखद है बच्चों के स्कूल के लिए ज़िला अधिकारी भवानी सिंह खंगरौत को आज ही अवगत कराते हैं ताकि कोई बड़ी दुर्घटना होने से बचाया जा सके।
रिपोर्ट पिन्टू सिंह
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