गंगा के बाद घाघरा भी तरेरने लगी आंखें, दहशत में लोग
रेवती (बलिया)। घाघरा के जलस्तर में अब शैने शैने हो रही वृद्धि से टीएस बंधा के आसन्न खतरे को लेकर तटवर्ती ग्रामीण दहशतजदा है । शुक्रवार को चांदपुर में नदी खतरे के निशान 58 मी से मात्र 14 से मी नीचे तथा प्रति घंटा एक से मी बढ़ाव पर हैं । बाढ़ व सीचाई विभाग द्वारा बंधे की सुरक्षा के लिए अब तक न तो कोई कार्ययोजना बनाई गई हैं और न फ्लड फांईटिंग के लिए बालू भरी बोरी का स्टाक रखा गया हैं । बंधे का जायजा लेने न तो कोई जन प्रतिनिधि और न कोई जिला स्तरीय अधिकारी आयें ।
विभागीय अमला दुबेछपरा रिंग बंधा के कटने के पश्चात वही गंगा के कटान से सुरक्षा के लिए दिन रात लगा हुआ। दतहां से तिलापुर तक दो कि मी की लंबाई में बने डेन्जर जोन में नदी के दोनो साईड नरकट की सफाई नही की गई है । रूक-रूक कर हो रही वर्षा से रैन कोट के चलते बंधे पर कई जगह होल (गढ़ा) बन गया हैं। हालत यह हैं। नदी खतरे के निशान को पार करती हैं तो नदी के जर्जर डेन्जर जोन तिलापुर में दबाव बढ़ने पर बंधा के लिए आसन्न खतरा उत्पन्न हो सकता है । तटवर्ती ग्रामीणों का कहना हैं । डेन्जर जोन में बंधे पर जनरेटर व प्रकाश की ब्यवस्था नही होने से रात में दहशत बना रहता है ।
रिपोर्ट- अनिल केसरी
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