Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

प्याज के भंडारण से कीमतों में आई उछाल



# 3 वर्ष पूर्व का टूटा रिकॉर्ड


 बलिया। जनपद के कोने कोने में प्याज के कथित तस्करों द्वारा भारी मात्रा में प्याज का भंडारण किए जाने के चलते जनपद में प्याज के कीमत में बेतहाशा वृद्धि हो रही है, परंतु शासन के निर्देश के बावजूद जिला प्रशासन चुप्पी साधे हुए जिसे लेकर प्याज के उपभोक्ताओं में भारी आक्रोश देखने को मिल रहा है। सभी बाजारों में आए दिन ग्राहकों और दुकानदार के बीच तू तू मैं मैं की नौबत आ रही है। वर्तमान खुले बाजार में आज प्याज का प्रति किलो मूल्य 60 से ₹70 फुटकर दुकानदारों द्वारा बेचा जा रहा है जबकि मंडी में प्याज का प्रति कुंतल रेट 5 हजार से 6 हजार के बीच हो गया है। जो विगत 3 वर्षों के इतिहास में पहली बार प्याज के मूल्य में या उछाल देखा जा रहा है।
इस संबंध में सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार मंडी सचिव और प्याज के थोक व्यापारियों की मिलीभगत से मंडी सहित विभिन्न स्थानों पर आम घरों में प्याज की कीमत पूर्व अटल बिहारी सरकार के समय तक पहुंचाने का प्रयास किया जा रहा है। फुटकर दुकानदारों का मानना है कि प्याज की कीमतों में अभी और वृद्धि होने की सम्भावना है। जिसका फुटकर रेट कम से कम ₹120 प्रति किलो यानी ₹12000 कुंतल तक हो सकता है, जिसके इंतजार में बड़े व्यापारियों द्वारा प्याज का भंडारण कर लिया गया है। जिसे लेकर आम उपभोक्ता परेशानी का दंश झेल रहे हैं। 
एक ओर जनपद के प्रभारी मंत्री अनिल राजभर द्वारा पूर्वांचल एक्सप्रेस वे के समीप सब्जी का हब बनाए जाने की घोषणा की जा रही है ताकि लोगों को आसानी से शुद्ध और उचित मूल्य पर सब्जी उपलब्ध कराई जा सके और इनकी आपूर्ति बड़ी मंडियों में करा कर यहां के सब्जी व्यवसायियों को दोहरा लाभ दिलाया जा सके दूसरी ओर भंडारण की समस्या से निपटने में जिला प्रशासन कोई भूमिका नहीं निभा रहा है। मिली जानकारी के अनुसार जनपद में वर्तमान समय में 10 हजार कुंतल प्याज का भंडारण मंडी सचिव के मिलीभगत से शहर से ग्रामीण क्षेत्रों तक किया जा चुका है।  विशेषकर सहतवार, रानीगंज और शहरी क्षेत्र में कार पॉइंट नई सब्जी मंडी विष्णुपुर में व्यापक पैमाने पर प्याज का भंडारण देखा गया है। जिला प्रशासन को सूचना दिए जाने के बावजूद प्रशासन चुप्पी साधे हुए हैं। जिसके चलते आम उपभोक्ताओं में आक्रोश व्याप्त है। यदि इस पर अंकुश नहीं लगाया गया तो स्थिति किसी समय भी आंदोलन का रूप ले सकती है। जिसकी पूरी जिम्मेदारी जिला प्रशासन की होगी।

रिपोर्ट मुशीर जैदी

No comments