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बारातियाें का हुआ भव्य स्वागत


रसड़ा(बलिया) । विश्व हिंदू परिषद के नेतृत्व में पांच वर्षाें से चली आ रही परंपरा को कायम रखते हुए अयाेध्या से जनकपुर को जाने वाली मर्यादा पुरुषोत्तम भगवान श्रीराम की बरात अयोध्या से 21/11/19/ से प्रारम्भ होकर गोसाईगंज, अकबरपुर , बसखारी, अतरौलिया , आजमगढ़, रात्रि विश्राम के बाद शुक्रवार की सुबह में मऊ जनपद होते हुए पूर्वांचल की पूरी छोर पर बसा यूपी के बलिया जनपद के रसड़ा श्रीनाथ मंठ पहुंचने पर सभी बरातियों को फूलों से स्वागत कर जलपान आदि कराने के बाद  दोपहर में भोजन के उपरांत बक्सर बिहार के लिए प्रस्थान कर गए सभी बराती  (राम जन्मभूमि) विवाद नवम्बर में समाप्त हाे गया  सुप्रीम काेर्ट के फैसले से रामभक्त सहित देशवासी  झूम उठे। बताते चलें कि  विश्व हिन्दू परिषद व धर्मयात्रा महासंघ के बैनर तले अयाेध्या से जनकपुर तक राम-बरात इस बार बड़े ही धूमधाम के साथ निकाली गयी । 


जिसमें देश के विशिष्ट लाेग भी शामिल हुए । राम बारात 21 नवम्बर को प्रात: श्रीरामजन्म भूमि न्यास अध्यक्ष महंत नृत्य गोपाल दास वैदिक मंत्रोचारण के साथ प्रस्थान करायें। 
बरात कारसेवकपुरम् से धूमधाम गाजे-बाजे व हजाराें की संख्या में बारातियाें के साथ निकली। वहीं विभिन्न मार्गाें से हाेते हुए राम-बारात शुक्रवार की दाेपहर रसड़ा श्रीनाथ मठ पर आकर रुकी । जहां मठ के महंत श्री काैशलेन्द्र गिरि जी महाराज ने बरातियाें का भव्य स्वागत किया ताे प्रतीकात्मक रामजी की आरती भी उतारी । रामजी की बरात जैसे ही रसड़ा नगर में प्रवेश की ,पूरा नगर  राममय हाे उठा। मानो  एक पल के लिए ऐसा लगा रहा था कि रसड़ा अयाेध्या नगरी में परिवर्तित हाे गया है। हर तरफ रामजी की छटा बिखर रही थी । भीड़ में उपस्थित हर काेई नाट्यरुप भगवान राम की एक झलक पाने के लिए आतुर दिखा। यह उमंग कुछ ही देर बाद नयनाें में नीर ला दिया क्याेंकि बरात अब आगे बढ़ने के लिए तैयार हाे उठी। विधि के अनुसार महंत काैशलेन्द्र गिरि जी महाराज ने सुखी-दुखी मन से बरातियों काे विदा किया। यह बरात विभिन्न पड़ाव से गुजरते हुए 28 नवम्बर काे जनकपुर पहुंचेगी। 29 नवम्बर काे दशरथ मंदिर के प्रांगण में तिलकाेत्सव, 30 नवम्बर काे कन्या पूजन के अलावा मटकाेर का आयाेजन भी किया जाएगा । 

विवाहोत्सव से पहले रामलीला में धनुष यज्ञ का भी आयोजन होगा। फिर रात में विधिपूर्वक विवाह संपन्न होगा। दो दिसंबर को कलेवा का आयोजन होगा। इस दौरान एक सौ आठ निर्धन बालिकाओं का सामूहिक विवाह भी आयोजित किया जाएगा। फिर तीन दिसंबर को जनकपुर से बरात वापस अवध धाम आ जाएगी। यह बरात हर पांचवें वर्ष पर निकलती है। बरात में प्रदेश व देश के कई साधु-महात्मा भी माैजूद थे। बरात के स्वागत में विश्व हिन्दू परिषद् सहित रसड़ा अध्यक्ष संताेष आर्य, आरएसएस जिला प्रचारक राजीव नयन,अंजनी तिवारी, समशेर बहादुर सिंह, दिनेश सिंह ,रवि आर्य , तनवीर अहमद, संताेष सिंह, संजय शर्मा, आदि सैकड़ों लोग रहें ।



रिपोर्ट : पिन्टू सिंह

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