Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

महाराष्ट्र में हुआ बड़ा उलटफेर: दोबारा सीएम बने फडणवीस, पवार को मिली डिप्टी की कमान



मुंबई। शनिवार की सुबह महाराष्ट्र की सियासत के लिए आश्चर्य और अवसाद से भरा रहा । अचानक हुए बड़े उलटफेर ने एक बार फिर जहां सत्ता को भाजपा की दहलीज पर लाकर खड़ा कर दिया, जिसमें उसकी नई सहयोगी बनी एनसीपी।  वही शिवसेना का सत्ता पर काबिज होने का सपना फलीभूत ना हो सका।  अब उसे निराश मंत्री कांग्रेस के साथ  विधानसभा में विपक्ष की भूमिका अदा करनी पड़ेगी । महाराष्ट्र में तेजी से बदले घटनाक्रम के तहत भाजपा के देवेंद्र फडणवीस ने दोबारा मुख्यमंत्री पद की शपथ ले ली। 
राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी ने उन्हें पद औरगोपनीयता की शपथ दिलाई। वहीं, राकांपा नेता और शरद पवार के भतीजे अजित पवार को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ दिलाई गई। 9 नवंबर को महाराष्ट्र में लगा राष्ट्रपति शासन शनिवार को 5:47 बजे हटा दिया गया। इसके बाद सुबह 8:15 बजे फडणवीस और पवार ने शपथ ले ली।
महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव के नतीजे 24 अक्टूबर को आए थे। ढाई-ढाई साल मुख्यमंत्री की बात परभाजपा-शिवसेना गठबंधन में दरार पड़ गई। इसके बाद कई दौर की बातचीत के बाद शिवसेना-राकांपा और कांग्रेस में सरकार बनाने को लेकर सहमति बनती दिखी। 

शुक्रवार रात रकांपा अध्यक्ष शरद पवार ने साफ कर दिया था किउद्धव ठाकरे के नेतृत्व पर सहमति बन गई है। कांग्रेस नेता पृथ्वीराज चव्हाण ने कहा था कि बातचीत में कई मुद्दे सुलझा लिए हैं, लेकिन अभी कुछ मसलों पर बातचीत चल रही है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने देवेंद्र फडणवीस को ट्वीट कर बधाई दी। मोदी ने कहा, “फडणवीस जी को मुख्यमंत्री और अजित पवार जी को उपमुख्यमंत्री पद की शपथ लेने की बधाई। मुझे विश्वास है कि दोनों महाराष्ट्र के उज्ज्वल भविष्य के लिए परिश्रम और लगन से काम करेंगे।”
फडणवीस ने कहा, ‘‘हमारे नेता मोदी जी और शाह जी का बहुत आभार। उन्होंने फिर एक बार महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री के रूप में मुझे सेवा करने का मौका दिया। महाराष्ट्र की जनता ने एक स्पष्ट जनादेश दिया था। शिवसेना ने हमारे साथ गठबंधन करने के बजाय दूसरी जगह गठबंधन करने का फैसला किया। शिवसेना की वजह से ऐसी नौबत आई। महाराष्ट्र जैसे अगड़े राज्य को यह शोभा नहीं देता कि यहां ज्यादा दिन राष्ट्रपति शासन लगा रहे। यहां ऐसी कोई सरकार बननी भी नहीं चाहिए जो ज्यादा दिन चल न सके। मैं अजित पवार जी का शुक्रिया करना चाहूंगा कि वे हमारे साथ आए। इसलिए हमने राज्यपाल जी को दावा पेश किया। राज्यपाल जी ने राष्ट्रपति जी से चर्चा की कि शासन हटाने की अनुशंसा की जाए। इसलिए राज्यपाल जी ने हमें शपथ के लिए बुलाया।’’ अजित पवार ने कहा किहम किसानों की समस्या हल करने के लिए साथ आए हैं।


डेस्क

No comments