कैसे करें सफर जब जर्जर हो सड़क,सुलग रही आक्रोश की चिंगारी
गड़वार(बलिया)। प्रदेश सरकार गड्ढा मुक्त सड़क का दावा करती है लेकिन उसका यह दावा गड़वार क्षेत्र के मार्गों पर बिल्कुल फ्लॉप साबित हो रहा है।बेहतर सड़के ही विकास की पहली सीढ़ी मानी जाती है,लेकिन जमीनी हकीकत में क्षेत्र की मुख्य सड़क सहित संपर्क मार्गों की तस्वीर ऐसी बदतर है कि राहगीर जान हथेली पर रखकर इन मार्गों से आ जा रहें हैं।
उदहारण के तौर पर पिपरसंडा-धर्मनपुर मार्ग,पिपरसंडा-बुढ़ऊ मार्ग,गड़वार-जैतपुरा मार्ग,परसिया-महाकरपुर-मार्ग,जोगापुर-खरहाटार नहर मार्ग,बरवां-घोसवती नहर मार्ग,गड़वार-मनियर मार्ग की दशा अत्यंत जर्जर हो चुकी है।इन मार्गों से दुपहिया,चारपहिया वाहनों से जाना तो दूर राहगीरों को पैदल चलना तक मुश्किल हो गया है। इसी प्रकार विगत दो वर्ष पूर्व प्रधानमंत्री ग्रामीण सड़क योजना से बने 5 किलोमीटर लंबे गड़वार-पियरिया मार्ग तथा गड़वार-नगरा मुख्य मार्ग पर त्रिकालपुर तिराहे से बभनौली तक कई जगहों पर सड़क पर गड्ढा हो जाने की वजह से सड़क के पीच की गिट्टी बिखर गई है जिसमें आएदिन राहगीर गिरकर चुटहिल हो जा रहे हैं।
शायद ही ऐसा कोई दिन हो जिस दिन बाइक सवार इन गड्ढों से बचने के चक्कर में चुटहिल न हो रहे हों। इस मार्ग से प्रतिदिन हजारों की संख्या में दुपहिया, चारपहिया वाहनों का आवागमन लगा रहता है।इस मार्ग से जनप्रतिनिधि व शासन प्रशासन के अधिकारी भी आते जाते हैं।लेकिन सबकुछ देखने के बावजूद भी कुम्भकर्णी निद्रा में सोए हुए हैं।काफी समय से क्षेत्रीय लोगों द्वारा इन सड़कों की मरम्मत के मांग के बावजूद अधिकारियों व जनप्रतिनिधियों के कानों पर जूं तक नहीं रेंग रही है। क्षेत्रीय जनों ने अविलंब इन सड़कों को ठीक कराने की मांग विभागीय अधिकारियों से किया है।अन्यथा की स्थिति में वो आंदोलन के लिए बाध्य होंगे।
रिपोर्ट-पीयूष श्रीवास्तव
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