आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी के गांव में शुद्ध पेयजल के लिए तरस रहे है ग्रामीण
दुबहड, बलिया - स्थानीय क्षेत्र के हिंदी साहित्य के मूर्धन्य विद्वान आचार्य हजारी प्रसाद द्विवेदी का गांव , सांसद आदर्श ग्राम ओझवलिया मे करोडो की लागत से बनी पानी टंकी की मोटर जलने से शुद्ध पेयजल का संकट हो गया है। ज्ञात हो कि आदर्श सांसद ग्राम ओझवलिया में शासन द्वारा ग्रामीणों को आर्सेनिक मुक्त शुद्ध पेयजल के लिए पानी टंकी का निर्माण कराया गया था। जो कि लगभग डेढ़ करोड़ की लागत से टंकी का निर्माण हुआ लेकिन दो महीनों से मोटर जलने के कारण लोगों को शुद्ध पानी नसीब होना मुश्किल है। वही ठेकेदार प्रमोद मिश्रा के द्वारा नाही बिभाग को या ग्राम प्रधान को आज तक पानी टंकी हैंडोवर किया गया। जो कि समझ से परे है। वही ठेकेदार द्वारा रखा गया आपरेटर ओझवलिया गांव निवासी भरत राम को लगभग दस महीने का वेतन भी नहीं दिया गया। आपरेटर भरत राम ने बताया कि लगभग दो महीने से मोटर खराब है ,इसी वजह से टंकी की सप्लाई बंद है। ठेकेदार को फोन करने पर फोन उठाते भी उठाते है। और ना हमारा वेतन देते हैं। जब इस बारे में ग्राम प्रधान विनोद दुबे से संपर्क किया गया तो उन्होंने बताया कि आज तक हमको चार्ज नहीं मिला है। इस बारे में ठेकेदार ही बताएंगे पानी टंकी के गेट का ताला हमेशा बंद रहता है। ऑपरेटर नीचे से घुसकर टंकी को चालू करता है। और बंद करता है ,लेकिन दो महीनों से पानी ना आने के कारण गांव के लोगों में काफी आक्रोश है। उन्होंने कहा कि शासन और प्रशासन इस पर ध्यान आकृष्ट कर उचित करवाई करें।
रिपोर्ट:- नितेश पाठक
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