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जाने कहाँ पैदा हुआ दो लिंग वाला अजब-गजब बच्चा

 





काहिरा। आनुवांशिक विकार (जेनेटिक डिसॉडर) किसी व्यक्ति के जीन या गुणसूत्रों में परिवर्तन के कारण होते हैं। आनुवंशिक विकारों से दुनिया के लाखों लोग प्रभावित हैं। ऐसा माना जाता है कि वर्तमान में वैज्ञानिकों ने 4000 से अधिक अलग आनुवंशिक विकारों की पहचान की है। आनुवांशिक विकार जन्मजात होते हैं। जेनेटिक डिसॉडर का ऐसा ही एक अजब-गजब मामला मिस्र में सामने आया है। एक एक बच्चा दो लिंग और दो अंडकोष के साथ पैदा हुआ है। इस दुर्लभ स्थिति को वैज्ञानिक भाषा में कैडुअल डुप्लीकेशन सिंड्रोम (सीडीएस) कहते हैं।

यह असामान्य मामला मिस्र के एसियट यूनिवर्सिटी चिल्ड्रन हॉस्पिटल की अहमद मैहर अली और उनकी टीम पीडियाट्रिक सर्जरी यूनिट ने उजागर किया है। इंटरनेशनल जर्नल ऑफ सर्जरी केस रिपोर्ट्स में लिखते हुए टीम ने कहा कि, हमारे मामले में दो अलग अंडकोश के साथ दो लिंग हैं। इसके बारे में ज्ञान होना आवश्यक है ताकि इसकी पहचान की जा सके। सीडीएस के अज्ञात कारणों के समझने के लिए कई थ्योरीज समाने आई हैं लेकिन सबसे स्वीकृत सिद्धांत इस विकार के कारण को बताने में अभी भी असफल है।

सीडीएस अन्य जन्मजात विसंगतियों के साथ जुड़ा हो सकता है जैसे कि गुदा द्वार, वृक्क विसंगतियां और ऑम्फैलोसील। डॉक्टरों ने कहा, 'सीडीएस एक बहुत ही दुर्लभ स्थिति है जिसका प्रबंधन करने के लिए बहु-विषयक टीम की आवश्यकता होती है। जो इसका सही तरीके से इलाज कर सके। अधिकांश बाल रोग विशेषज्ञ और बाल रोग सर्जन इसका निदान करने में असमर्थ हैं। जन्म के समय बच्चे का वजन 2.6 किलोग्राम था और प्रत्येक अंडकोश में एक अंडकोष था।

एसियट यूनिवर्सिटी चिल्ड्रन हॉस्पिटल के डॉक्टरों का कहना है कि, बच्चे को इस विकार से छुटकारा दिलाने के लिए हम उसकी 16 महीने बाद सर्जरी की योजना बना रहे हैं। पिछले साल रूस में तीन पैरों और दो लिंगों के साथ एक बच्चे का जन्म हुआ था। मॉस्को में डॉक्टरों का मानना था कि दो एड़ी के साथ तीसरा पैर, एक जुड़वां से आया था जो मां के गर्भ में पूरी तरह से विकसित नहीं हुआ था।अतिरिक्त पैर सामान्य पैरों के बीच स्थित था। बाद में डॉक्टरों ने बच्चे का ऑपरेशन कर तीसरे पैर को हटा दिया था।


डेस्क

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