श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन धूमधाम के मनाया गया भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव
दुबहर, बलिया : क्षेत्र के नगवा गांव में चल रहे श्रीमद् भागवत कथा सप्ताह ज्ञान यज्ञ के चौथे दिन भगवान श्री कृष्ण का जन्मोत्सव बड़े ही धूमधाम के साथ मनाया गया।
इस दौरान प्रवचन करते हुए कथावाचक पंडित अवध बिहारी चौबे ने कहा कि श्री कृष्ण जन्म की कहानी का भी गहन अर्थ है। बतलाया कि देवकी शरीर का प्रतीक है और वसुदेव जीवन शक्ति के प्रतीक हैं।
कहा कि जब शरीर में प्राण का संचार होता है तब आनंद कृष्ण का जन्म होता है, परंतु जब अहंकार का उदय होता है तब आनंद स्वत: ही समाप्त होने लगता है।
भगवान श्री कृष्ण के बारे में कहा कि भगवान श्री कृष्ण 16 कलाओं से युक्त थे।
भगवान के सभी अवतारों में कृष्ण का अवतार सबसे श्रेष्ठ माना जाता है। भगवान श्री कृष्ण ने अपनी लीलाओं के माध्यम से मानव सभ्यता को जीने की कला बताई। बतलाया कि जो व्यक्ति भगवान के बाल स्वरूप का दर्शन करता है उसके जीवन में सदैव आनंद बना रहता है।
उन्होंने कहा कि भगवान से संबंध जोड़ने में ही जीवन की सार्थकता निहित है।बतलाया कि भगवान भक्ति और भाव के भूखे होते हैं।
इस दौरान क्षेत्रीय भजन गायकों ने भगवान का भजन गा कर क्षेत्र को भक्तिमय बना दिया।
इस मौके पर प्रमुख रूप से पंडित कमल बिहारी चौबे, हरेराम पाठक व्यास ,श्री रविशंकर पाठक, जगेश्वर मितवा , नरोत्तम पाठक, राधा मोहन पाठक,जवाहर पाठक, वीर यादव ,अनमोल ,परमात्मा नंद पांडेय ,महावीर पाठक, हरेराम पाठक ,हरिशंकर ,छोटेलाल पाठक, शिवजी पाठक, कृष्ण कुमार पाठक, अमृतांशु, बब्बन विद्यार्थी,मुन्नीलाल पासवान,निर्मल राकेश पाठक यज्ञ किशोर पाठक बृजकिशोर पाठक अवध किशोर पाठक अमृतांशु पाठक दीपक पाठक प्रियांशु शिवम आदि लोग मौजूद रहे।
रिपोर्ट:-नितेश पाठक
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