भारतीय संस्कृति का संविधान है श्रीमद् भागवत:- पंडित अवध बिहारी चौबे
दुबहर, बलिया : क्षेत्र के नगवा गांव में राकेश पाठक के निवास पर चल रही श्रीमदभागवत कथा के अंतिम दिन कथा व्यास पंडित अवध बिहारी चौबे ने श्रीकृष्ण और सुदामा चरित्र की कथा का वर्णन किया।
उन्होंने कहा कि आज लोग निजी स्वार्थ के लिए मित्रता करते हैं।
महाराजश्री ने कहा कि कलयुगी मानव के उद्धार के लिए सुदामा एवं कृष्ण जैसी मित्रता होना चाहिए। व्यक्ति के अंदर अपने मित्र के प्रति छल कपट व स्वार्थ का भाव नहीं होना चाहिए। जरूरत पडऩे पर सहयोग से पीछे नहीं हटे वही सच्चा मित्र होता। कृष्ण बचपन के साथी सुदामा का नाम सुनते ही महल से नंगे पैर दौड़ते हुए मिलने आते है और सुदामा की दीनता को देख आंखों से आंसू बहने लगते हैं। आज उल्टा हो रहा है। लोग निजि स्वार्थों के लिए मित्रता करते है।
महाराजश्री ने कथा के माध्यम से यह भी बताया कि गृहस्थ आश्रम ही श्रेष्ठ है इसमें सांसारिक सुखों के साथ परमात्मा को प्राप्त किया जा सकता है। पृथ्वी में दिए गए सभी दानों में गौदान सर्वश्रेष्ठ दान बतलाया गया है ,जो भूत भविष्य में कभी नष्ट नही होता। भागवत भव रूपी संसार में श्रीमद् भागवत कथा पार कराने के लिए एक नौका है जो मोक्ष प्राप्त कराती है।उन्होंने भक्तों को कथा रसपान कराते हुए कहा कि, हमेशा धर्म के मार्ग पर चलना चाहिए, कर्म करो लेकिन, फल की इच्छा मत करो। भगवान हमेशा सच्चे भक्तों में ही वास करते है। उनके बताए सच्चाई के रास्ते पर चलने वाला भक्त जीवन में कभी हार का मुंह नही देखता।
उन्होंने कहा कि श्रीमद् भागवत भारतीय संस्कृति का संविधान है। मनुष्य को समाज में रहते हुए एक दूसरे से कैसा व्यवहार करना चाहिए यह सभी बातें श्रीमद्भागवत में समाहित हैं।
इस मौके पर प्रमुख रूप से पंडित कमल बिहारी चौबे ,सुप्रीम कोर्ट के अधिवक्ता शशांक शेखर तिवारी, शिवजी पाठक ,हरेराम पाठक व्यास ,जगदीश पाठक, मुन्नीलाल पासवान, गोदावरी शुक्ला, भगवती शरण पाठक, इंदु पाठक ,सामाजिक चिंतक बब्बन विद्यार्थी ,अजित पाठक ,पंडित धनंजय उपाध्याय ,तारकेश्वर पाठक ,अमित कुमार पाठक, नमो नारायण पांडे, राधेश्याम पांडे, अमृता पाठक, राधेश्याम पाठक राधा कृष्ण पाठक योग्य किशोर पाठक अवध किशोर पाठक बृज किशोर पाठक आदि लोग मौजूद रहे। आयोजक राकेश पाठक व मध्यान भोजन योजना के जिला समन्वयक अजित पाठक ने उपस्थित भजन गायकों को पुरस्कार देकर सम्मानित किया।
रिपोर्ट:-नितेश पाठक
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