राजनीति के फक्कड़ संत थे लोकबंधु राजनारायण : मृत्युंजय तिवारी
बलिया : लोकबंधु राजनारायण जी की 34 वी पुण्यतिथि समाजवादी पार्टी के जिला कार्यालय पर मनाई गई। इस दौरान सपा नेताओं ने उनके चित्र पर पुष्प अर्पित कर उन्हें नमन करने के साथ-साथ समाजवादी आंदोलन में उनके योगदान पर चर्चा किया।
इस दौरान सपा के वरिष्ठ नेता मृत्युंजय तिवारी बबलू ने उनके कृतित्व पर चर्चा करते हुए कहा कि राज नारायण जी आजीवन गरीबों ,शोषित, वंचितों की लड़ाई लड़ते रहे। वे हमेशा समाज के अंतिम व्यक्ति के उत्थान के बारे में सोचते थे। तथा उन्हें समाज की मुख्यधारा से जोड़ने के लिए सदैव प्रयत्नशील रहे।
उन्होंने कहा कि राजनारायण जी 69 वर्ष की उम्र में 80 बार जेल गए वह लोकतंत्र के सच्चे सिपाही थे। बताया कि राजनारायण जी ने एक ओर जहां अपने राजनीतिक संघर्षों को धारदार बनाया वही विचार और आचरण से युक्त अपने कार्यकर्ताओं की फौज खड़ी कर दी। कहा कि उन्होंने समाज की बेहतरी के लिए आजीवन संघर्ष किया। स्वार्थी और सत्ता उन्मुखी सियासी धारा को जिस तरह से उन्होंने परोपकारी राजनीतिक दरिया के रूप में परिणत करने की भगीरथ कोशिश की, उसी के बल पर जम्हूरी इतिहास में उन्होंने अपना नाम स्वर्णाक्षरों में अंकित करवा लिया।
केंद्र और राज्य सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि इस समय देश के हालात बहुत ही खराब है। संविधान और संसद की मर्यादा परंपरा और नियमो की खुल्लमखुल्ला अवहेलना सरकार के प्रमुखों द्वारा की जा रही है। ऐसे में समाजवाद के पुरोधा राजनारायण जी की पुण्यतिथि पर सभी को यह कसम लेनी चाहिए कि अब सड़को पर उतर कर किसानों , युवाओं, छात्रों के आंदोलन का समर्थन करना होगा।
नगर पालिका परिषद के पूर्व चेयरमैन लक्ष्मण गुप्ता ने उन्हें सड़क से लेकर सदन तक लड़ने वाला लोकतंत्र का अप्रतिम योद्धा बताया। इस दौरान प्रमुख रुप यशपाल सिंह वंशीधर यादव, हीरा लाल वर्मा, अजय यादव, जमाल आलम, कुबेर तिवारी,अजित मिश्र , प्रभु नाथ यादव, आशुतोष ओझा, रोहित चौबे, अमित राय ,राजेश गोंड, जयपाल यादव, मिंटू खान, राम भरोसे यादव, विदेशी लाल यादव, अजय सिंह,धनजी यादव, आदि लोग मौजूद रहे। संचालन सुशील पांडेय कान्ह जी ने किया।
रिपोर्ट:-धीरज सिंह
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