पुरातन छात्र परिषद का गठन एक अनूठी पहल : डा० विद्यासागर उपाध्याय
रतसर (बलिया) किसान स्नातकोत्तर महाविद्यालय रकसा के पुरातन छात्र परिषद का गठन महाविद्यालय प्रशासक मण्डल व सैकड़ों पुरातन छात्र छात्राओं की उपस्थिति में किया गया। कार्यक्रम में सर्वसम्मति से अध्यक्ष पद के लिए डॉ विद्यासागर उपाध्याय, उपाध्यक्ष -कृष्णकांत यादव, सचिव- विपिन कुमार तिवारी, कोषाध्यक्ष-रजनीश पाण्डेय, सदस्यगण- मनोज कुमार, राजेश मिश्रा, आलोक ठाकुर सत्येंद्र पाण्डेय, अश्विनी मिश्रा का चुनाव किया गया। पुरातन छात्र परिषद के नवनियुक्त अध्यक्ष डॉ विद्यासागर उपाध्याय ने कहा कि उच्च शिक्षा अर्जित करने के उपरांत भौतिक रूप से तो सहपाठी अलग हो जाते हैं, लेकिन भावनात्मक लगाव आजीवन बना रहता है। पुरातन छात्र परिषद एक ऐसा मंच है जहाँ विविध क्षेत्रों में कार्य कर रहे सहपाठियों का मिलन तो होगा ही महाविद्यालय व परिषद के कल्याण में भी हम सबकी सहभागिता होती रहेगी। जननायक चंद्रशेखर विश्वविद्यालय बलिया की स्थापना के उपरांत अपने यहां पुरातन छात्र परिषद का गठन होना एक अनूठी पहल है।दीक्षान्त समारोह के आयोजन से लेकर राष्ट्रीय स्तर के सेमिनार तक का आयोजन जनपद के उच्च शिक्षा के संवर्धन में मिल का पत्थर सिद्ध हुए हैं, इसी क्रम में पुरातन छात्र परिषद के होनहार व मेधावी छात्र छात्राओं के अनुभव का लाभ भी सबको प्राप्त हो इसकी आवश्यकता महसूस की जा रही थी जिसकी पूर्ति पुरातन छात्र परिषद के गठन के माध्यम से हो गयी है। प्रतिवर्ष बसंत पंचमी के दिन पुरातन छात्र परिषद का महासम्मेलन आयोजित किया जाएगा,इसके अतिरिक्त आवश्यकतानुसार परिषद की बैठकें आयोजित की जाती रहेंगी।डॉ उपाध्याय ने अपील किया कि अधिक से अधिक छात्र-छात्राएं पुरातन छात्र परिषद से जुड़ें जिससे सम्बंधित कार्यक्रमों का सफल क्रियान्वयन हो सके। कार्यक्रम में प्रमुख रुप से डॉ अश्विनी कुमार पाण्डेय, डॉ अभय नाथ सिंह, संजय कुमार शुक्ला, डॉ, अनिल यादव, डॉ राजेश यादव आदि उपस्थित रहे। अध्यक्षता डॉ अनिल पाण्डेय और संचालन विपिन कुमार तिवारी ने किया।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
No comments