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श्रद्धा व विश्वास के साथ मना सतुआनी पर्व



रतसर (बलिया) श्रद्धा व विश्वास के साथ बुद्धवार को पारम्परिक त्योहार सतुआ संक्रान्ति मनाया गया। दोपहर 12 बजे संक्रांति के प्रवेश के साथ ही श्रद्धालुओं ने अपने-अपने घरों में ही पूजा अर्चना की। इस दौरान भगवान व पितरों को मिट्टी के घड़े में जलभर कर जौ का सत्तू, गुड़, आम का टिकोरा आदि का भोग लगाया। सतुआ संक्रांति के बारे में अध्यात्मवेता पं० भरत पाण्डेय ने बताया कि सूर्य के मीन राशि से निकलकर मेष राशि में प्रवेश करने पर यह पर्व मनाया जाता है। ग्रीष्म ऋतु के आरम्भ होने से जल व सत्तू का दान पितरों को शीतलता प्रदान करता है। इससे वो खुश होकर अपने परिवार को सुख-समृद्धि का आशीर्वाद देते है। उन्होनें कहा कि संक्रांति के दिन से ही माह भर के रुके मंगल कार्य प्रारंभ हो जाते है। धार्मिक मान्यता के अनुसार आम के फल (टिकोरा) का सेवन भी इसी दिन से करते है। आज के दिन जौ के सत्तू, गुड़, कच्चा आम के टिकोरा आदि का दान भी गरीब असहाय को करना चाहिए।


रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय

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