शौर्य दिवस पर मुड़ीकटवा में समाजसेवी बबलू पांडेय ने फहराया गया राष्टीय ध्वज
रेवती (बलिया ) वीर कुंवर सिंह की रणस्थली कुशहर ग्राम स्थित मुड़ीकटवा में कोविड प्रोटोकॉल का पालन करते हुए समाजसेवी अतुल कुमार पांडेय "बबलू "के नेतृत्व में राष्ट्रीय ध्वज फहराते हुए शौर्य दिवस की 162 वीं वर्षगांठ मनायी गयी ।
सन 1857 में वीर कुंवर सिंह अंग्रेज सैकड़ो से युद्ध करते हुए अपने ननिहाल सहतवार होते हुए गायघाट स्थित मां पचरूखा देवी के मंदिर के समीप पहुंच कर कुछ क्षण विश्राम करने लगे। देवी ने उन्हें स्वप्न मे उन्हें आगे प्रस्थान करने का निर्देश दिया । कारण अंग्रेज सैनिक उनका निरंतर पीछा करते हुए आ रहें थे। इलाके के लोगों ने कुंवर सिंह की रक्षा के लिए मुड़ीकटवा के मुजवानी (जंगल) में अंग्रेज सैनिकों की घेराबंदी कर बांस के खच्चर , तीर धनुष आदि से गुरिल्ला युद्ध करते हुए 106 सैनिकों को मार गिराया । उधर देवी की प्रेरणा से कुंवर सिंह सुरक्षित गंगा उस पार अपने गांव जगदीशपुर (बिहार ) पहुंच गये।
इस स्थल को विकसित कर यहां एक स्मारक बनाने की दिशा में बबलू पांडेय ने सन 2009 से अभियान चला रखा है। उनके नेतृत्व में प्रति वर्ष 22 अप्रैल को शौर्य दिवस के रूप में राष्ट्रीय ध्वज फहराया जाता है। भविष्य में उनका सपना इस स्थल को राष्ट्रीय पहचान दिलाने की है। इस दौरान मनोज वर्मा , राज कुमार गोड़, वृन्दा वर्मा ,सुरेश पासवान, राम अवतार गिरी , मनीष वर्मा , सनोज यादव आदि लोग मौजूद रहे ।
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पुनीत केशरी
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