ग्रापए संस्थापक बाबू बालेश्वर लाल की 34वीं पुण्यतिथि मनाई गई
गड़वार(बलिया): ग्रामीण पत्रकार एसोसिएशन के संस्थापक बाबू बालेश्वर लाल की 34वीं पुण्यतिथि ग्रामीण पत्रकारिता दिवस के रूप में कस्बा के एक मैरेज हॉल में कोविड गाइडलाइन का पालन करते हुए मनाई गई। ग्रापए के प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने दीप प्रज्ज्वलित कर कार्यक्रम की शुरुआत की। पत्रकारों ने स्व. बाबू बालेश्वर लाल की तैल चित्र के सम्मुख पुष्प अर्पित कर उन्हें भावपूर्ण श्रद्धांजलि दी।
इस अवसर पर 'ग्रामोन्मुखी पत्रकारिता' विषय पर अपने-अपने विचार कई पत्रकारों ने प्रस्तुत किए। प्रदेश अध्यक्ष सौरभ कुमार ने बताया कि सन् 1982 में इस संगठन की शुरुआत की गई थी। जिसके बाद निरंतर कई पत्रकार इससे जुड़ते रहे और आज यह संगठन पूरे प्रदेश का सबसे बड़ा संगठन है। उन्होंने बताया कि जिला पत्रकार स्थायी समिति में इस संगठन का एक प्रतिनिधि सम्मानित सदस्य के रूप में नामित किया जाता है। उन्होंने इस संगठन के बनने के शुरुआती दौर का भी वर्णन किया।कहा कि एक पत्रकार को कदम,कलम और कसम उठाने में सत्यनिष्ठा व ईमानदारी रखनी चाहिए।कार्यक्रम की अध्यक्षता करते हुए जिलाध्यक्ष शशिकांत मिश्र ने कहा कि दिशाविहीन पत्रकारिता समाज को ले डूबती है और इससे आपका भी पतन होता है। किसी भी समस्या को गहराई से लिखें और उसे सभी के सामने लायें ताकि उसका ठीक प्रकार से निवारण किया जा सके।छोटेलाल चौधरी ने कहा कि ग्रामीण पत्रकारिता ही जमीनी पत्रकारिता है। एक ग्रामीण पत्रकार अपने निजी काम व निजी स्वार्थ को त्यागकर समाजहित में अपना जीवन अर्पित कर देता है।संचालन आनन्द प्रकाश सिंह ने किया।इस अवसर पर प्रभारी निरीक्षक राजीव सिंह,उमाशंकर चौधरी,अमित पांडेय,संतोष सिंह,ब्रजेश दुबे,मुन्ना सिंह,आशुतोष पांडेय,शैलेंद्र वर्मा,आनन्दप्रकाश सिंह,दीपक कन्नौजिया,अजय सिंह,मुन्ना चौरसिया, अशोक गुप्ता,संजय गुप्ता सहित तमाम पत्रकार व गणमान्य लोग उपस्थित रहे।
रिपोर्ट-पीयूष श्रीवास्तव
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