कोरोना काल में टीबी रोगी बरतें खास सावधानी: जिला क्षय रोग अधिकारी
रिपोर्ट : धीरज सिंह
- सामान्य तरीके से फैलते हैं टीबी और कोरोना
- कमजोर रोग प्रतिरोधक क्षमता से हो कोरोना की संभावनाएं प्रबल
- जिले में 1882 टीबी मरीजों का चल रहा है इलाज
बलिया : कोरोना काल में सभी को सतर्कता बरतनी जरूरी है, लेकिन टीबी (क्षय रोग) के रोगियों को अतिरिक्त सावधानी की जरूरत है । विशेषकर उन मरीजों को जो पहले से फेफड़ों की समस्या से जूझ रहे हैं । यह कहना है जिला क्षय रोग अधिकारी डॉ० आनन्द कुमार का।
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि कोरोना वायरस कमजोर प्रतिरोधक क्षमता वाले लोगों को अपना शिकार बना रहा है । इसलिए टीबी मरीजों में संक्रमण का खतरा अन्य मरीजों से कई गुना ज्यादा होता है । जरूरी है कि मरीज बहुत आवश्यक हो, तभी घर से बाहर निकले । मास्क और शारीरिक दूरी का पालन करें । किसी भी संक्रमण को रोकने के लिए मास्क का उपयोग जरूरी होता है ।
उन्होंने बताया कि वर्तमान में जिले में लगभग 1882 टीबी मरीजों का इलाज चल रहा है । टीबी के मरीजों की रोग प्रतिरोधक क्षमता पहले से कम होती है इसलिए ऐसे समय मे टीबी मरीज घर से बाहर न निकले और जब निकलें तो हमेशा मास्क पहने रहे ।
इसके अलावा जिला टीबी समन्वयक आशीष सिंह ने बताया कि जनपद में समस्त एमडीआर मरीजों को फ़ोन से संपर्क किया जा रहा है और दवा आदि न होने पर उनको दवा भी नजदीकी ब्लॉक के टीबी यूनिट से पहुंचाई जा रही है।
ऐसे पहने मास्क:
=मास्क इस तरह पहने की नाक और मुंह ढके रहे।
=मास्क को इस्तेमाल करने के बाद बाहर की तरफ से न छुएं ।
=सर्जिकल मास्क एक बार से ज्यादा प्रयोग ना करें ।
=कपड़े के मास्क को अच्छी तरह धोने के बाद ही इस्तेमाल करें ।
=मास्क को कभी उल्टा इस्तेमाल न करें ।
टीबी मरीजों की हो रही जांच:-
जिला क्षय रोग अधिकारी ने बताया कि टीबी मरीजों की अनिवार्य रूप से कोविड-19 की जांच की जा रही है । क्षय रोग विभाग जिले में पूरी तत्परता से टीबी मरीजों को कोरोना के प्रति जागरूक कर रहा है ।
टीबी और कोरोना से बचाव करेगा मास्क:-
खांसने और छिकने से संपर्क में आने से टीबी और कोरोना के फैलने का खतरा है । इसलिए हम अगर मास्क लगाते हैं तो वह दोनों से हमारी रक्षा करता है।
No comments