Breaking News

Akhand Bharat welcomes you

कोविड नियंत्रण में कोविड कंट्रोल रूम की भी अहम भूमिका, तीन शिफ्ट में लगे हैं माध्यमिक व बेसिक शिक्षा विभाग के कर्मी



रिपोर्ट : धीरज सिंह


बलिया: कोरोना महामारी के खिलाफ चल रही लड़ाई में हर कोई पूरी तन्मयता के साथ लगा हुआ है। अस्पतालों में चिकित्सक व अन्य स्वास्थ्य कर्मी तो लगे ही हैं, इनके साथ-साथ इन्टीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर की भी भूमिका कम नहीं है। सीडीओ प्रवीण वर्मा के मुताबिक, होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य पर निगरानी इसी कंट्रोल रूम से फोन के जरिए की जा रही है। सभी मरीजों से हर रोज फीडबैक लेकर उस हिसाब से उनको चिकित्सकीय सुविधा मुहैया कराने का प्रयास कंट्रोल रूप में लगे माध्यमिक व बेसिक शिक्षा के कर्मचारी कर रहे हैं। इसमें डीआईओएस बृजेश मिश्र के नेतृत्व में प्रमोद श्रीवास्तव, संजय पांडेय, अनिल गुप्ता, ज्योति प्रकाश, संध्या, सबनम, अर्चना पांडेय, स्वाति सिंह व शेफाली व अन्य कर्मी लगे हुए हैं। कोविड कंट्रोल रूम के नंबर 05498220827, 05498221856, 05498223918 व 9454417979 पर आने वाले फोन पर भी जरूरी सलाह व सहायता की जाती है। सीडीओ लगातार इस कोविड कंट्रोल रूम के कार्यों की मॉनिटरिंग के दौरान इनके कार्यों की सराहना भी की है।


*इस तरह कर रहे मरीजों की निगरानी*


इन्टीग्रेटेड कमांड एवं कंट्रोल सेंटर में माध्यमि​क शिक्षा व बेसिक शिक्षा के कर्मचारी लगाए गए हैं। सबसे पहले हर रोज सुबह कोविड पॉजिटिव मरीजों की सूची दे दी जाती है। फिर वहां दर्जन भर लोग लगातार फोन मिलाकर मरीजों से स्वास्थ्य सम्बन्धी फी​डबैक लेते हैं। उसे प्रोफार्मा में भरते भी हैं। अगर किसी मरीज को कोई दिक्कत होती है तो उनकी सूची बनाई जाती है। उनसे कंट्रोल सेंंटर में ही ड्यूटी पर तैनात डॉक्टर से बात कराई जाती है। डॉक्टर की सलाह के बाद अधिकांश को रा​हत भी मिल जाती है। हालांकि, जरूरत के हिसाब से मरीज को अस्पताल जाने की भी सलाह दी जाती है। इस तरह हर एक मरीज के स्वास्थ्य पर नजर कंट्रोल सेंटर के जरिए रखी जा रही है।


*रोजाना करीब दो हजार संग अब तक हुई कुल 21569 कॉलिंग*


होम आईसोलेशन में रह रहे मरीजों के स्वास्थ्य पर निगरानी के लिए कंट्रोल सेंटर से 13 अप्रैल से कॉलिंग की जा रही है। अब तक 21869 कॉलिंग की जा चुकी है। यानि, इतने मरीजों से बात कर उनसे फीडबैक लिया जा चुका है। प्रतिदिन दो हजार के आसपास मरीजों से बात की जाती है। इसमें दो प्रकार से फीडबैक लिया जाता है। पहला, दवा की उपलब्धता सम्बन्धी जानकारी ली जाती है और दूसरा, थर्मामीटर व आॅक्सीमीटर की उपलब्धता व आॅक्सीजन लेवल के बारे में पूछा जाता है।


*इन कर्मचारियों की भी भूमिका को सीडीओ ने सराहा*


सीडीओ प्रवीण वर्मा ने कंट्रोल रूप में लगे कर्मचारियों के कार्य की सराहना की है। इनमें माध्यमिक शिक्षा विभाग के अरूल, संध्या, शबनम, प्रमोद श्रीवास्तव, लालजी यादव, अजय सिंह, राजाराम पांडेय, सुंदर श्याम वर्मा, रश्मि राय, राजेश सिंह, धनन्जय पांडेय, रानी, अर्चना पांडेय, ब्रजेश, अरविंद मोहन, इफ्तेखार खां, नित्यांनद श्रीवास्तव, सुजीत गोंड, दिनेश यादव, संगीता सिंह, संजय पांडेय, अनिल गुप्ता, प्रवीण सिंह, अखिलेश यादव, सौरभ पांडेय, कृष्ण कुमार, रामकृष्ण यादव, रमेश यादव, अजीत सिंह व विनोद कुमार शामिल हैं। इनके अलावा रवि यादव, अजीत सिंह, नसरूद्दीन अंसारी, शिवेश पांडेय, पीयूष श्रीवास्तव, कन्हैया राय, प्रदीप यादव, उमेश यादव के कार्य को भी सीडीओ ने सराहा है।

No comments