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रेनू उपाध्याय ने मुख्यमंत्री योगी को पत्र लिखकर अश्लील भोजपुरी गीतों पर रोक लगाने की की मांग

 


गड़वार(बलिया) : आदर्श स्वयं सहायता समूह हरिपुर (गड़वार) की अध्यक्ष रेनू उपाध्याय ने भोजपुरी भाषा में अश्लील गीत गाने वाले गायक-गायिकाओं एवं अश्लील गीत लिखने वाले लेखक लेखिकाओं और म्यूजिक कम्पोजर पर सुसंगत धाराओं के अंतर्गत आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के संबंध में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को पत्र प्रेषित किया है । रेनू उपाध्याय ने प्रेषित पत्र के माध्यम से अश्लील गीत गाने वाले गायक-गायिकाओं एवं अश्लील गीत लिखने वाले लेखक लेखिकाओं और म्यूजिक कम्पोजर पर सुसंगत धाराओं के अंतर्गत आपराधिक मुकदमा दर्ज करने के संबंध में व भोजपुरी गीतों में अश्लीलता एवं फूहड़पन के खिलाफ क़ानूनी कार्रवाई सुनिश्चित करने की मांग की है।लिखा है कि अश्लीलता एवं फूहड़पन फैलाना सांस्कृतिक प्रदुषण एवं भाषा की गरिमा के साथ किया गया आपराधिक कृत्य है । अश्लील गीत गाने वाले गायक-गायिकाओं को समाज में बढ़ावा नहीं देना चाहिए । अपसंस्कृति के खिलाफ स्वच्छ और कारगर अभियान चनाने के लिए अपसंस्कृति फ़ैलाने वाले लोगों के विरुद्ध क़ानूनी प्रावधानों के अनुसार मुकदमा कायम किया जाना चाहिए । भोजपुरी के द्विअर्थी गीतों से भोजपुरिया समाज की प्रतिष्ठा गिरी है। कहीं आते-जाते गाना सुनकर सिर शर्म से झुक जाता है। भोजपुरी गीतों में बढ़ रहे पूंजीवाद से संस्कृति व सभ्यता पर असर पड़ा है। आज ऐसे गीत-गाने और लिखने वाले करोड़पति हो गए। ऐसे लोगों के कारण समाज में अपराध और कुसंस्कृति बढ़ा है । अश्लील गीतों से सामाजिक वर्जनाएं टूट रही हैं। भोजपुरिया संस्कृति समाप्त हो रही है। दुष्कर्म की घटनाएं बढ़ रही हैं । भोजपुरी गीतों में अश्लीलता रोकने के लिए सेंसर बोर्ड भी होना चाहिए।साथ ही अवगत कराया है कि भोजपुरी मेंं अश्लीलता फ़ैलाने वालों के खिलाफ कानून कार्रवाई और सामाजिक बहिस्कार की मुहिम चलाने की जरुरत है । भोजपुरी में अश्लीललता के लिए कोई एक आदमी जिम्मेवार नहीं है। इसलिए इसे जड़ से समाप्त करने के लिए समाज से लेकर गीतकार, म्यूजिक कंपनी और सरकार को ठोस कार्रवाई और जिम्मेवारी के साथ पहल करना चाहिए । इसकी शुरूआत वैसे बड़े छोटे स्टार भाषा को गंदा कर अश्लील गाने गा रहे हैं, उनको जेल में डालने की कार्रवाई होनी चाहिए । अश्लील और भद्दे गाने लिखने और गाने के आरोपियों को चिन्हित कर सूचि बनाकर सब पर थाने में प्राथमिकी रिपोर्ट दर्ज कराई जानी चाहिए ।



रिपोर्ट-पीयूष श्रीवास्तव


 

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