रामलीला में हुआ ताड़का वध और अहिल्या उद्धार का मंचन
रतसर (बलिया ) स्थानीय नगर पंचायत के श्री बीका भगत सेवा संस्थान द्वारा संचालित रामलीला मंचन के तीसरे ताड़का वध और अहिल्या उद्धार का भावपूर्ण मंचन भगवान विष्णु के आरती के साथ शुरू की गई । रामलीला समिति की तरफ से सोहांव ब्लाक के प्रमुख प्रतिनिधि बंशीधर यादव ने फीता काटकर पूजा-अर्चना के बाद रामलीला मंचन का शुभारंभ किया। लीला में मुनि विश्वामित्र सौवां यज्ञ पूर्ण करना चाहते है, तभी राक्षस आकर यज्ञ विध्वंस करने के लिए तरह-तरह की अड़चन डालने लगते है। राम-जन्म के बाद दशरथ के चारो पुत्रों की शिक्षा- दीक्षा हुई। तभी मुनि विश्वामित्र का आगमन हुआ। उन्होनें राजा दशरथ से राम लक्ष्मण को मांगते हुए कहा कि जब वह यज्ञ करते है तो राक्षस उसमें विघ्न डालते है और यज्ञ पूरा नही करने देते । अतः राक्षसों के वध के लिए राम-लक्षमण को हमारे साथ वन में भेजिए । गुरु वशिष्ठ को समझाने पर वो तैयार हो जाते है । वन में जाकर प्रभु श्री राम और लक्ष्मण ने ताड़का व सुबाहु नामक राक्षसों का वध करके मानव और मानवता की रक्षा की । अहिल्या उद्धार के सुन्दर दृश्य का मंचन हुआ। दूर दराज के सैकड़ों लोगों ने रामलीला मंचन का आनन्द लिया। इस दौरान संतोष भाई, अतुल प्रताप सिंह, मनोज सिंह,अमित यादव, डा. प्रवीण सिंह, सुनील पाण्डेय,अभिषेक वर्मा,नईम अख्तर,अनिल गुप्ता, फैयाज अहमद, सुनील सिंह मौजूद रहे।
रिपोर्ट : धनेश पाण्डेय
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