जाने कहाँ टूटा समाजवादी चिंतक का धैर्य
दुबहर,बलिया। राष्ट्रीय राजमार्ग 31 की दुर्दशा देख समाजवादी चिन्तक परमात्मानंद पांडे ने स्वयं के संसाधनों से आज राष्ट्रीय राजमार्ग पर बने धरनीपुर मोड़,दुबहर के समीप गड्ढे को भरने का काम शुरू कर दिए।
इस संदर्भ में उन्होंने समाचार पत्रों में प्रकाशित राष्ट्रीय राजमार्ग की दुर्दशा एवं निर्माण की तिथियां तय होने की बात पर अब तक विश्वास करते जा रहे थे, परंतु जब उनका धैर्य टूट गया तो क्षेत्रीय ग्रामीणों ने सामाजवादी परमात्मानंद पांडे से कुछ करने को कहा तो उन्होंने गुरुवर को स्थानीय ईट भट्ठे से कई ट्रैक्टर ट्राली ईट के टुकड़े एवं रावीश लेकर स्वयं के हाथों से गड्ढों को भरने का काम शुरू कर दिए ।
उन्होंने कहा कि लोकतंत्र में जनता अपने प्रतिनिधि को चुनकर विधानसभा एवं लोकसभा तक भेजती है ,परंतु जब उनकी बात भी नहीं सुनी जाती तो ऐसे जनप्रतिनिधियो को प्रतिनिधित्व करने का हक नहीं बनता। ऐसे जनप्रतिनिधियो को तुरत अपना इस्तीफा जनता के बीच देकर घर आ जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि पूरी राष्ट्रीय राजमार्ग बदहाल स्थिति में है ।जनता ने पिछले 3 वर्ष से इंतजार किया। मैं जनता जनार्दन से अनुरोध करता हूं कि उन्हें अपने- अपने ग्राम सभाओं के सामने राजमार्ग को आपस में चंदा इकट्ठा करके भर लेना चाहिए, ताकि आवागमन की सुविधा सुचारू रूप से चल सके, जिससे दुर्घटनाएं की संभावना न रहे। राष्ट्रीय राजमार्ग पर हजारों की संख्या में बड़े-बड़े गड्ढे बने हुए हैं। इन्हीं गड्ढों से होकर गाजीपुर से हाजीपुर तक वाहन चलते हैं।
क्षेत्रिय नागरिक भी इन्हीं गड्ढों से होकर अपने वाहन को जिला मुख्यालय तक ले जाते हैं और पुनः वापस अपने घरों को लौटते हैं ।परंतु राजमार्ग के बड़े-बड़े गड्ढों के कारण किसी भी समय भीषण दुर्घटना हो सकती है। जिला सहकारी संघ के पूर्व चेयरमैन परमात्मानंद पांडे ने कहा कि गत दिनों हमने दो मोटरसाइकिल पर बैठे हुए युवकों को इसी गड्ढे में गिरते हुए देखा, मेरा मन दुखी हो गया। इस कारण आज मैं भट्ठे से लेकर ईट के टुकड़े एवं रावीश भरने का काम शुरु किया।कहा कि जनता जनप्रतिनिधियों को आगामी होने वाले चुनाव मे ज़रूर जवाब देगी।
रिपोर्ट:-नितेश पाठक
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