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ट्रांसपोटरो व मैनेजमेंट के अभाव में सरकारी व किसानों का भींगा हजारो किंवटल धान

 

रेवती (बलिया ):स्थानीय विपणन गोदाम पर स्थापित धान क्रय केंद्र पर क्रय हुए धान तथा किसानो द्वारा बेचने के लिए रखे गए हजारो कुं. धान संबंधित विभाग के खराब मैनेजमेंट के चलते मंगलवार की सायं हुई बरिश में भीग गए।

जिन किसानो का धान क्रय हो चुका है तथा पैसा प्राप्त कर चुके है। वे तो ठीक है। लेकिन जिनका  क्रय से पूर्व ही धान भींग गया  उनके समक्ष बडी विकट स्थिति उत्पन्न हो गई है ।  किसानो का आरोप है कि रजिस्ट्रेशन के बाद भी टोकन सिस्टम बदल जा रहा है। पुनः जन सेवा केन्द्र पर आन लाईन कराने में अतिरिक्त धन खर्च करना पड़ रहा है । अभी 4648 किंवटल खरीदा गया धान केन्द्र पर खुले आसमान के नीचे डम्प है वही सोमेश्वर वर्मा शोभनाथपुर का 35 किंवटल, भृगुनाथ नैना का 70 किंवटल विजय वर्मा शोभनथही का 20 , रवींद्र कुसौरी का 19, कलावती देवी कुसौरी का 25 , सुभाष वर्मा का 17 कुल एक दर्जन छोटे किसानों का 400 कुवटल धान पिछले चार दिन से तौल के अभाव में भींग गया । किसानों ने बुधवार को खरीद न होने के विरोध में सेन्टर पर प्रदर्शन भी किया । 

सरकार व किसानों के नुकसान के लिए संबंधित विभाग ठेकेदार व ट्रांसपोटरो को जिम्मेदार ठहरा रहा है । 

इस संबंध में विपणन प्रभारी राजीव चौरसिया का कहना है कि गत मंगलवार की सायं अचानक आई बारिश से बचाव के लिए 20 हजार का तिरपाल खरीदा गया था। हवा तेज होने से कुछ तिरपाल उड़ गया जिससे कुछ किंवटल धान भींग गया है। ट्रांसपोटरो की गड़बड़ी से धान डम्प है । धीरे धीरे धान मिलर में भिजवाने की व्यवस्था सुनिश्चित की जा रही है। तौल का कार्य टोकन से किया जा रहा है ।


पुनीत केशरी



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