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पटेलनगर आदिवासी मुसहर बस्ती के गरीब लोगों की संरक्षा व सुरक्षा के लिए लगाई गुहार



 

श्रीमान अधिशासी अधिकारी को सौंपा ज्ञापन, माननीय मुख्यमन्त्री जी व शासन को अग्रसारित की प्रतिलिपि....

शासनादेश: भूमिहीन आदिवासी समुदाय के संरक्षण हेतुसरकार कृतसंकल्पित....

चितबड़ागांव 17 मई। स्थानीय नगर पंचायत कार्यालय पर भूमिहीन निराश्रित आदिवासी (मुसहर) समुदाय के भूमिहीन मजदूरों के अस्तित्व के संरक्षण के सम्बन्ध में बसपा नेता व नगर पंचायत चितबड़ागांव चेयरमैन पद के भावी प्रत्याशी अंजनी सुजीत उपाध्याय ने अधिशासी अधिकारी चितबड़ागांव को एक ज्ञापन सौंपा।

जिसमें सरकार के शासनादेश के क्रम में साक्ष्यों को प्रस्तुत करते हुए यह अनुरोध किया गया है कि इन भूमिहीन गरीबों के अस्तित्व की रक्षा करते हुए उन्हें निर्वासित न किया जाए।

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ज्ञातव्य है कि सैकड़ों साल पहले इस आदिवासी बस्ती के अस्तित्व की रक्षा के लिए इनके पूर्वजों ने जिलाधिकारी बलिया की अदालत में एक मुक़द्दमा भी जीता था। तत्पश्चात गरीबों के मसीहा तत्कालीन विधायक #स्व_कैलाश_सिंह जी ने सन 1977 से 1982 ई. में 10 आश्रयविहीन मुसहर परिवारों के   आश्रय हेतु पोखरे की सीमा से सटकर पूरब दिशा में #10_सरकारी #इन्दिरा_आवास बनवाए थे, जिनमें 2 इन्दिरा आवास आज भी विद्यमान हैं और इस निर्बल समाज के संघर्षमय जीवन की गाथा को बयाँ कर रहे हैं।

वर्त्तमान में इस बस्ती के कुछ आदिवासियों को #प्रधानमन्त्री_शहरी_आवास का लाभ भी मिला है।

कालान्तर में तेलिया पोखरे की पूरब दिशा और पोखरे के बीच पीडब्ल्यूडी मुख्यमार्ग से मुसहर बस्ती में आवागमन हेतु बैलगाड़ी निकलने भर का #रास्ता था जिसे कुछ अराजकतत्वों ने 3 दशक पहले बन्द कर दिया।

यह अत्यन्त दुःखद है कि, पत्ते व लकड़ी बटोरकर, कूड़ा बीनकर, भिक्षा माँगकर, ठेला रिक्शा खींचकर मजदूरी करनेवाले समाज के निचले पायदान पर ग़ुरबत की ज़िन्दगी जीने वाले इन असहायों को निर्वासित करने हेतु भेजी गई नोटिस इस समाज के प्रति घोर अन्याय है।

इस असहाय निर्बल समाज के उत्थान के संकल्प साथ इनके अस्तित्व की रक्षा के लिए आख़िरी साँस तक लड़ाई लड़ूंगा।

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इस अवसर पर चुन्नू बाबा, बाउल दुबे, अंजनी तिवारी, दीपक सिंह, कृष्णा पाण्डेय, हप्पू बनवासी, मंगल बनवासी, सलाबी बनवासी, रमेश बनवासी, मुन्ना बनवासी, राहुल बनवासी, राजू बनवासी, रामेश्वर बनवासी, रामू बनवासी, नन्हक बनवासी सहित पीड़ित मुसहर समाज के लोग उपस्थित रहे।


 रिपोर्ट अतुल कुमार तिवारी

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