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जीवन को संचालित करने की शिक्षा देता है शास्त्र : जीयर स्वामी

 


दुबहर:-क्षेत्र में जनेश्वर मिश्रा सेतु के एप्रोच मार्ग  के निकट हो रहे चातुर्मास यज्ञ में गुरुवार की शाम श्रीमद् भागवत महापुराण की कथा सुनाते हुए भारत के महान मनीषी संत त्रिदंडी स्वामी जी के शिष्य संत लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने कहा कि संत समाज का भला करने वाला होता है । सदाचारी होता है, तपस्वी होता है, जो गेरुआ वस्त्र पहन कर और दाढ़ी बढ़ाकर अय्यासी और भोग विलास में लिप्त है वह कहीं से संत नहीं है ।  ऐसा व्यक्ति संत की मर्यादा को कलंकित करते हैं संत से समाज का हमेशा से भला होता रहा है । कथा के दौरान उन्होंने महाभारत के प्रसंग को विस्तार से सुनाते हुए द्रोपदी के चीर हरण की कहानी सुनाई बताया कि भगवान श्री कृष्ण ने वस्त्रा अवतार लेकर भरी सभा में द्रोपदी की लाज बचाई । कहा कि शास्त्र वह है जो जीवन को संचालित करने की शिक्षा देता है।  यज्ञ में स्वामी बैकुंठ नाथ जी एवं माधवाचार्य जी ने भी दोपहर में श्री राम कथा और श्रीमद् भागवत कथा का श्रवण श्रोताओं को कराया । अनवरत चल रहे इस चातुर्मास यज्ञ में लोगों की संख्या दिन पर दिन बढ़ रही है ।  जिसको देखते हुए यज्ञ समिति द्वारा लोगों को बैठने एवं उनके प्रसाद की उचित व्यवस्था की गई है।




रिपोर्ट:-नितेश पाठक

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