भगवान की कथा श्रवण करने से होता है सदाचार का प्रादुर्भाव:- लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी
दुबहर, बलिया :-अगर आप अपना जीवन सफल या मंगलमय बनाना चाहते हैं तो निश्चित रूप से सन्मार्ग को अपनाना होगा। सन्मार्ग हेतु शुद्ध आहार, सदाचार की आदत डालनी चाहिए, जो व्यक्ति अपना कल्याण चाहते है वे जीवन में सदआहार एवं सदाचार को अपनाकर मोक्ष को प्राप्त कर सकते है।
उक्त बातें भारत के महान मनीषी सन्त त्रिदंडी स्वामी जी महाराज जी के कृपा पात्र परम शिष्य श्री लक्ष्मी प्रपन्न जीयर स्वामी जी महाराज ने जनेश्वर मिश्रा सेतु एप्रोच मार्ग के निकट हो रहे चातुर्मास व्रत में सोमवार की देर शाम प्रवचन में कही।
स्वामी जी ने कहा कि सभी मनुष्यों से जाने अनजाने में जो पाप कर्म हो जाते हैं उसके लिए रोज पंचमहायज्ञ करना चाहिए।
उन्होंने बताया कि चारों वर्णों और चारों आश्रमों का एक ही धर्म है कि मन ,वाणी और शरीर से सत्य दृढ़ होकर भगवत भक्ति करें। सदाचार को जीवन में धारण करें।
कहा कि जिस घर में नित्य श्रीमद् भागवत का पाठ होता है उस घर में साक्षात मां लक्ष्मी की कृपा होती है। श्रीमद्भागवत के बारे में बताते हुए कहा कि भागवत में भगवान के तेज और दिव्य विग्रह का वर्णन किया गया है। कहा कि जीवन में कथा श्रवण करने से सदाचार का प्रादुर्भाव होता है। उन्होंने कहां की ईश्वर समर्पण और श्रद्धा के विषय होते हैं ईश्वर की कभी परीक्षा नहीं लेनी चाहिए।
रिपोर्ट:-नितेश पाठक
No comments