पुजारी रामबदन भगत ने दी औषधि तो ठीक हुई झटका आने की बीमारी
बलिया। आज भी प्रकृति कई ऐसे गूढ़ रहस्य हैं, जिसे सुलझाने में विज्ञान और मेडिकल साइंस को लोहे के चने चबाने पड़ते हैं, लेकिन इन गुढ़ रहस्यों और इनसे उपजी समस्याओं का समाधान पकड़ी धाम स्थित मां काली के मंदिर में भक्तों की हाजिरी लगाने मात्र से हो जाता है। कुछ ऐसा ही वाक्य चिलकहर की बेटी और ननौरा गांव की पुत्रवधू अनीता सिंह के साथ हुआ है।
अनीता का विवाह नवरा गांव निवासी धनंजय सिंह के साथ हुआ था। दोनों की एक संतान थी, लेकिन दोनों के पुत्र प्रशांत को बचपन से एक अजीबोगरीब (झटका आना) बीमारी ने घेर रखा था। इसका इलाज दोनों ने एम्स से लगायत देश के कई बड़े अस्पतालों में कराया, लेकिन कहीं कोई आराम नहीं मिला। अंत में किसी के सुझाव पर दोनों ने पकड़ी धाम में स्थित मां काली के मंदिर में हाजिरी लगाई और मां के दरबार में अपनी व्यथा पुजारी राम बदन भगत को सुनाई। पुजारी द्वारा दी गई औषधियों और जड़ी-बूटी के सेवन के उपरांत आज अनीता का पुत्र प्रशांत उस अजीबोगरीब झटके वाली बीमारी से निजात पाकर हंसी-खुशी जीवन व्यतीत कर रहा है।
डेस्क
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