नाबदान के पानी तालाब में गिरने से धोबी( रजक) जाति के लोगों ने कपड़ा धोना बंद कर दिया
मनियर बलिया। नाबदान का पानी तालाब में गिरने से धोबी जाति के लोगो का पेशा बंद होने के कारण लोग भुखमरी के कगार पर है। इस जाति के लोगों ने गांव के लोगों सहित आसपास के गृहस्थों का कपड़ा धोना बंद कर दिया है। साथ ही इसी जाति के पनीचा निवासी चंद्रजीत प्रसाद ने संपूर्ण समाधान दिवस पर प्रार्थना पत्र देकर समस्या समाधान करने का निवेदन किया है तथा कहा है किअगर समस्या का समाधान नहीं होता है तो जिलाधिकारी कार्यालय बलिया पर पूरे परिवार के साथ आमरण अनशन करूंगा जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी। पीड़ित चंद्रजीत प्रसाद का कहना है कि हम प्रार्थी धोबी जाति के हैं ।कपड़ा धो करके हम लोग अपना गुजर-बसर करते हैं ।गांव में धोबी घाट व कपड़ा फैलाने के लिए आरक्षित तालाब की जमीन में गांव के कुछ लोगों द्वारा नाली व नाबदान का गंदा पानी लगभग डेढ़ वर्षों से गिरा रहे हैं ।उसे रोकने हेतु उप जिलाधिकारी बांसडीह तथा संपूर्ण समाधान दिवस में कई बार प्रार्थना पत्र दिया गया है परंतु आज तक समस्या के समाधान हेतु कोई ठोस पहल भौतिक रूप से नहीं की गई। केवल कागजी कार्रवाई की गई है जिससे समस्या जस की तस बनी हुई है। जिससे हम भुखमरी के कगार पर है। यदि समस्या का समाधान नहीं किया गया तो पूरे परिवार के साथ उपजिलाधिकारी कार्यालय पर आमरण अनशन करने को मजबूर होंगे जिसकी पूरी जिम्मेदारी शासन प्रशासन की होगी।
रिपोर्ट प्रदीप कुमार तिवारी
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